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अपराध गुडगाँव

मारुति कंपनी के फर्जी कॉन्ट्रेक्क्ट लेटर और लाखों के चैक देकर लाखों के कमीशन लेने के मामले में दो को किया गिरफ्तार।

अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : मारुति कंपनी का फर्जी कॉन्ट्रेक्क्ट लेटर देकर और एडवांस में 39,39750/- का फर्जी चैक देकर व कमीशन के 1,75000/- की नगदी लेकर धोखाधड़ी करने के मामले में दो आरोपियों को अपराध शाखा, सेक्टर -31 ने गिरफ्तार किए हैं। इन आरोपियों के कब्जे से 4 फर्जी चैक अलग -अलग बैंकों के मिले हैं जिसमें करोड़ों के रकम भरे हुए हैं।पकडे गए आरोपियों में से एक आरोपी ने उसे अपने आप को मारुति कंपनी का वरिष्ठ अधिकारी बताया था। आज दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया जहां से दोनों को 6 दिनों के पुलिस रिमांड पर लिया गया हैं।

इंस्पेक्टर नवीन कुमार का कहना हैं कि 13 जून 2019 को थाना मानेसर में श्याम वीर यादव निवासी 571/6 गोविन्द पुरी,कालका जी, नई दिल्ली ने एक लिखित शिकायत के माध्यम से बतलाया कि वह A to Z टेन्ट डेकोरेटर केटरिंग का काम करता है। केटरिंग के काम के सिलसिले मे इसकी मुलाकात मानेसर के एक व्यक्ति से हुई जिसने अपना नाम विजय कुमार आर्या निवासी दिल्ली बताया और बातों ही बातों मे विजय कुमार आर्या ने केटरिंग का मोटा काम देने की पेशकश की और एक अन्य व्यक्ति को बुलाकर उससे मिलवाया जिसने अपना नाम कुलदीप सिंह बताया और अपने आप को मारूति कम्पनी का सिनियर अधिकारी बताया। उसके बाद कुलदीप सिंह ने 28 फ़रवरी 2018 को काम के सिलसिले मे बातचीत करने के लिए रहेजा माल, मानेसर बुलाया जब वह वहाँ पहुंचा तो वहाँ पर रेस्टोरेन्ट मे कुलदीप सिंह एवं विजय कुमार आर्या बैठे हुए मिले जहाँ पर कुलदीप सिंह ने उसकी फर्म का कॉन्ट्रैक्ट लेटर ले लिया और उसे मारुति सुजूकी का Account Payee चेक रकम 39,39750/- रूपए का दे दिया और अपने कमीशन के रूपए मांगे जिस पर उसने कमीशन की रकम पूछी तो विजय कुमार आर्या ने फिलहाल दो लाख रुपए देने के लिए कहा जिस पर उसने अपने बैंक मे रखे हुए 1,75000/- दे दिए और विजय कुमार एवं कुलदीप सिंह रुपए लेकर गाडी में बैठकर वहाँ से चले गए।

उनका कहना हैं कि उसके उपरान्त विजय कुमार आर्या एवं कुलदीप सिंह ने कॉन्ट्रैक्ट लेटर लेने के लिए मानेसर में 9 मार्च 2018 को बुलाया जहाँ पर उसे कुलदीप सिंह एवं विजय कुमार आर्या उसी रेस्टोरेन्ट मे मिले जहाँ पर उसे कुलदीप सिंह ने मारुति सुजकी इन्डिया लिमिटेड का कॉन्ट्रैक्ट लेटर दे दिया और काम करने की जगह के बारे में बताने को कहा तो उन लोगों ने अपने अन्य कमीशन की बात की जो उसने बाकी कमीशन काम होने और पेमेन्ट होने पर देने के लिए कहा तो वह दोनो वहाँ से चले गए। उनका कहना हैं कि उनके द्वारा दिए गए चैक को जब उसने सिडीकेट बैंक कालका जी डिपो मे क्लियर के लिए लगाया जो क्लियर नही हो सका। 3 दिनों के बाद सिडीकेट बैंक के अधिकारी ने उसे बताया कि आप के द्वारा लगाया गया चैक वापिस आ गया है और इस नाम का कोई खाता ही नही है। इस सम्बन्ध मे विजय कुमार एवं कुलदीप सिंह से बातचीत करने की काफी कोशिश की तो इन दोनों आरोपियों के फोन हर बार बन्द मिले जो काफी तलाश करने के बाद भी नही मिले तो उसने मारुति सुजुकी कम्पनी से भी पता किया तो मालूम हुआ कि कम्पनी ने इस प्रकार का कोई पत्र जारी ही नही किया। उन दोनों व्यक्तियों ने मिली भगत करके फर्जी कॉन्ट्रैक्ट लेटर देकर व फर्जी चेक देकर धोखाधडी से कमीशन के नाम पर पैसों की ठगी की है। इसके बाद शिकायत पर थाना मानेसर ने उचित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया ।
उनका कहना हैं कि इस केस की आगे की कार्रवाई के लिए क्राइम यूनिट ,सेक्टर -31 को सौपी गई थी.



इसके लिए उन्होनें एक विशेष टीम गठित की जो तत्परता से कार्यवाही करते हुए दर्ज केस में धोखाधड़ी से ठगी करने वाले दोनों आरोपियों को 14 जून को धनचरी टूरिस्ट काम्प्लेक्स नजदीक सरहौल टोल, गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया जिनके नाम विजय कुमार झां निवासी गांव कसरोर थाना कसरोर जिला दरभंगा बिहा ,जबकि दूसरे आरोपी का नाम कुलदीपक निवासी मकान नंबर 4549/21 ,रामनगर गली नंबर-2 ,सुल्तान रोड PSBS विजन,जिला अमृतसर, पंजाब हैं। उनका कहना हैं कि दोनों आरोपियों ने प्रारंभिक पुलिस पूछताछ में बतलाया कि ये अपने आपको मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के बङे अधिकारी बताते है और आरोपियों ने कम्पनी के नाम का फर्जी विजिटिंग कार्ड भी बनाया हुआ है। यह लोग बड़े-बड़े फार्म हाउस मालिकों को इवेंट के नाम पर फर्जी चेक दे देते थे । ये कही कही पर अपने आपको फाइनेंशियल लोन देने वाले भी बताते हैं और कहते हैं कि चैक सीधा पार्टी को ही देंगे फिर ये उनसे अपना 10% कमीशन एडवांस में मांगते हैं और अपने झांसे में लेकर फर्जी चैक उनको थमा कर उनको ठग लेते हैं। इन्होंने एनसीआर में इस प्रकार की लगभग 35 वारदातों को अन्जाम देने का खुलासा किया है। इनके कब्जे 4 फर्जी चेक जिन पर अलग-अलग कंपनियों के नाम है बरामद किए गए जोकि इस प्रकार हैं
;-निरंकारी इवेन्ट, गुरुग्राम के नाम से 84 लाख 81 हजार का फर्जी चैक, चावला टैंट हाउस पानीपत के नाम से 5332500/- रुपयों का फर्जी चैक, सुभाष टैंट हाउस के नाम से 8292500 रुपयों का फर्जी चैक व A to Z टैंट हाउस, दिल्ली के नाम से 3939750/- रुपयों का फर्जी चैक बरामद किए गए हैं। उनका कहना हैं कि पकड़े गए आरोपियों ने धोखाधड़ी करके ठगी करने की पूरी तैयारियां की हुई थी, जो पुलिस टीम के हत्थे चढ़ जाने के बाद वारदातों को अन्जाम देने का इनका ईरादा नाकाम हो गया। दोनों आरोपियों को अदालत में पेश करने के बाद , वहां से दोनों आरोपियों को अगले 6 दिनों के पुलिस रिमांड पर लिया गया हैं। इनके कब्जे से कई विजिटिंग कार्ड मिले हैं जिनमे इन्होंने फ़ोटो तो अपने लगाए हैं लेकिन अलग -अलग नाम व कम्पनी का नाम भी अलग अलग लिखा रखा है। पुलिस हिरासत रिमांड के दौरान इन आरोपियों से गहनता से पूछताछ की जाएगी। पूछताछ के दौरान आरोपियों द्वारा उपरोक्त मुकदमें में की गई ठगी की रकम, फर्जी चेक बुक एंव अन्य दस्तावेजों सहित इस साजिश में शामिल अन्य साथी आरोपियों और अन्य वारदातों के बारे में पूछताछ की जाएगी। पूछताछ के दौरान जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनसे अवगत कराया जाएगा।

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