अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नॉएडा: एटीएम कार्ड की क्लोनिंग करके हजारों लोगों के बैंक खातों पर सेंध लगा चुके, दो विदेशी नागरिकों को गौतमबुध्द नगर पुलिस के साइबर क्राइम ब्रांच ने ग्रेटर नोएडा की एक सोसाइटी से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से सैकड़ों की संख्या में एटीएम कार्ड, एटीएम कार्ड की क्लोनिंग मशीन, लैपटॉप, मोबाइल, पिनहोल कैमरा, डेटाकार्ड, पेनड्राइव, मेमोरी कार्ड, 17 सीट डेबिट कार्डो का डाटा और कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए हैं। यह गिरोह लंबे समय नोएडा और एनसीआर के शहरों में सक्रिय था।
ये तस्वीरे नाईजीरिया नागरिक ओमोन बेन्सन और कीनिया के नागरिक जोनसन उसारो की है। ये दोनों शातिर किस्म के साइबर ठग है जो ग्रेटर नोएडा के सेक्टर चाई-5 स्थित कासा ग्रैंड सोसाइटी में रह रहे थे और पिछले एक साल से दिल्ली-एनसीआर के गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में लोगो के कार्ड की क्लोनिंग करके हजारों लोगों के बैंक खातों पर सेंध लगा चुके है। डीसीपी हैडक्वाटर नितिन तिवारी ने बताया की कि साइबर अपराध शाखा ने बुधवार की दोपहर एक सूचना के आधार पर बीटा-2 थाना क्षेत्र स्थिति सेक्टर चाई-5 स्थित कासा ग्रैंड सोसाइटी से गिरफ्तार किया है। नितिन तिवारी ने बताया कि पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह एटीएम बूथ में जाकर कार्ड क्लोनिंग मशीन फिट कर देते थे। वह उसे इस तरह लगते थे कि किसी को उसके बारे में पता न चल सके। इसके बाद जैसे ही कोई व्यक्ति एटीएम से पैसे निकलता तो उसके कार्ड की पूरी डिटेल आरोपियों द्वारा लगाई गई मशीन में आ जाती थी।
वह इसी तरह लोगों के एटीएम कार्ड की क्लोनिंग कर धोखाधड़ी से उनका पासवर्ड हासिल कर लेते थे। इसके बाद उनके खातों से लाखों-हजारों रुपये निकाल लेते थे। इन लोगों ने हजारों एटीएम कार्ड की क्लोनिंग करके करोड़ों रुपये निकालने की बात स्वीकार की है। साइबर ठगी करने वाले इन विदेशी आरोपियों के खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में 100 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। अकेले बीटा दो थाने में इनके खिलाफ 35 मुकदमे दर्ज हैं। साइबर टीम को 35 ऐसे एटीएम बूथ के फुटेज मिली जिनमें दो लोग एक ही जैसी कद काठी के दिखाई दिए। ये दोनों आरोपी मंकी कैप लगाकर एटीएम बूथ में घुसते थे। इसके चलते इनके चेहरे दिखाई नहीं दे रहे थे। लेकिन पुलिस ने कद काठी से इनकी पहचान करने में सफलता प्राप्त की।