अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
फर्जी ई-कॉमर्स वेबसाइट बनाकर बैंकों से क्रेडिट और डेबिट कार्ड धारकों का डाटा प्राप्त कर धोखाधड़ी से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले गैंग की एक महिला समेत दो लोगों को पश्चिमी यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट ने आगरा से गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से एक लैपटॉप, 14 मोबाइल फोन, एक डायरी, एक स्कॉर्पियो कार, एक होंडा सिटी कार के अलावा 6,59,000 रुपये नगद बरामद किया हैं । गिरफ्तार लोगों के पास से सात हजार ग्राहकों का डेटा और दो मोबाइल फोन आदि बरामद हुआ है।
ये तस्वीरे है ग्राहकों का डेटा उपलब्ध कराने वाली महिला शिल्पी तथा सुलेमान की जो विभिन्न बैंकों के डेबिट व क्रेडिट कार्ड धारकों का डाटा प्राप्त कर, धोखाधड़ी से ग्राहकों के ओटीपी प्राप्त करके साइबर ठग करोड़ों रुपये की ठगी कर रहे हैं। पश्चिमी यूपी एसटीएफ के एसपी कुलदीप नारायण ने बताया कि विगत कुछ दिनों से एसटीएफ उत्तर प्रदेश को सूचना मिली रही थी कि विभिन्न बैंकों के डेबिट व क्रेडिट कार्ड धारकों का डाटा प्राप्त कर, धोखाधड़ी से ग्राहकों के ओटीपी प्राप्त करके साइबर ठग करोड़ों रुपये की ठगी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस मामले में 26 जनवरी को एसटीएफ ने चार बदमाशों को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया था।
एसपी एसटीएफ़ बताया कि इस गैंग को ग्राहकों का डेटा उपलब्ध कराने वाली महिला शिल्पी पत्नी तथा सुलेमान घटना के समय से फरार थे। इनकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित था। उन्होंने बताया कि एसटीएफ ने दोनों को आगरा से गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से करीब 7000 ग्राहकों का डेटा बरामद हुआ है। इस गैंग में कुछ और लोग भी शामिल है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है। एसपी कुलदीप नारायण ने बताया, आरोपी सीधे लोगों को फोन करके अपने जाल में फंसा लेते हैं, तथा उनके डेबिट कार्ड तथा क्रेडिट कार्ड के ओटीपी नंबर हासिल कर उनके खाते से अपनी फर्जी ई-कॉमर्स वेबसाइट से खरीददारी कर पैसे निकाल लेते हैं। उन्होंने बताया कि इस गैंग ने अब तक हजारों लोगों से करोड़ों की ठगी करने की बात स्वीकार की है।