अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
पलवल: डिटेक्टिव स्टाफ,पलवल ने प्रेम प्रसंग के चलते बाइक सवार अध्यापक की एक्सयूवी कार से टक्कर मारकर हत्या करने के आरोप में मृतक की पत्नी सहित तीन आरोपितों को अरेस्ट किया हैं। इस मामले में संलिप्त मृतक की आरोपित पत्नी को अदालत में पेश कर जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया हैं। अरेस्ट किए गए दो अन्य आरोपितों को वारदात में इस्तेमाल की गई गाड़ी की बरामदगी के लिए अदालत से 1 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया हैं। ये खुलासा आज पुलिस कप्तान दीपक गहलावत ने आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में किए हैं।
पुलिस कप्तान दीपक गहलावत ने आज पत्रकारों को इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि मित्र रोल गांव निवासी अध्यापक गजेंद्र सिंह गत 28 सितंबर की सुबह अपने बाइक पर सवार होकर गुदराना गांव अपनी ड्यूटी पर जा रहे थे । उसी दौरान मुंडकटी थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग-19 पर उसे पीछे से एक तेज रफ्तार एसयूवी कार ने जोरदार टक्कर मार दी। कार की टक्कर लगने से अध्यापक गजेंद्र सिंह की मौत हो गई थी। जिस संबंध में मृतक गजेंद्र सिंह के भाई महेंद्र सिंह की शिकायत पर सडक़ दुर्घटना का मामला दर्ज किया गया था। लेकिन मृतक के परिजनों ने गजेंद्र की हत्या का शक जाहिर किया और तुमसरा गांव स्थित टोल टैक्स व एक ढ़ाबे की सीसीटीवी फुटैज पैन ड्राईव में पेश की। जिसमें पाया कि सडक़ दुर्घटना वाले दिन एक एक्सयूवी कार होड़ल की तरफ से पलवल की तरफ आती है और पलवल वाली साइड को छोडक़र कच्ची पट्टी को पार करते हुए वापस होड़ल की तरफ खड़ी हो जाती है। जब अध्यापक गजेंद्र सिंह बाइक पर टोल टैक्स को पार करता है तो वही एक्सयूवी कार तेज रफ्तार से गजेंद्र सिंह की बाइक को टक्कर मारकर फरार हो जाती है। इन आधार पर मुकदमा में हत्या एवं षड्यंत्र की धारा 302,120 B आईपीसी जोड़ी गई। उनका कहना हैं कि इस संगीन वारदात की गंभीरता को देखते हुए इस मामले की जांच डिटेक्टिव सेल इंचार्ज विश्व गौरव को दी गई। जांच के दौरान मुंडकटी थाना प्रबंधक उपनिरीक्षक प्रीतम सिंह के साथ मिलकर मामले की गहनता तथा हर पहलू की बारीकी से जांच करते हुए अनुसंधान अमल में लाया जा रहा था कि मुखबिर खास द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि दुर्घटना वाले दिन एक्सयूवी कार में मौजूद दो व्यक्ति पलवल-अलीगढ़ मार्ग किठवाड़ी गांव के पास स्थित हनुमान मंदिर के पास मौजूद है। जोकि कहीं बाहर जाने की फिराक में हैं। सूचना मिलते ही टीम गठित की गई जिसमें एसआई चंदन सिंह, सिपाही ओमप्रकाश, अजीत सिंह, राकेश, अमित, प्रदीप व संजय को शामिल कर मौके पर भेज दी गई और दोनों लोगों को पकड़ कर लिया गया। पूछताछ में आरोपितों ने अपना नाम रोहताश, निवासी मित्ररोल गांव व दीपक, निवासी श्रीनगर गांव बताया। गहन पूछताछ में आरोपित रोहताश ने बताया कि उसका अध्यापक गजेंद्र के घर पर पिछले चार-पांच वर्ष से आना-जाना था। क्योंकि उसकी ससुराल भी मृतक अध्यापक गजेंद्र की पत्नी पुष्पा के गांव कोंडल में है। इसी दौरान पिछले दो-तीन वर्ष से रोहताश के गजेंद्र की पत्नी पुष्पा के साथ अवैध संबंध हो गए। जिस बारे में अध्यापक गजेंद्र सिंह को पता चल गया था और वह अपनी पत्नी पुष्पा के साथ मारपीट करता था। जिसको लेकर पुष्पा ने अपने प्रेमी रोहताश व उसके दोस्त दीपक तथा एक अन्य साथी के साथ मिलकर षडयंत्र के तहत अपने पति गजेंद्र सिंह की हत्या करा दी। इसके बाद आरोपित महिला पुष्पा को पूछताछ के लिए महिला थाने बुलाया गया और उसको पूछताछ के उपरांत वहीं से अरेस्ट कर लिया गया। पुलिस ने महिला सहित तीनों आरोपितों को अदालत में पेश किया जहां अदालत ने महिला आरोपित को जेल भेज दिया। वहीं दोनों आरोपित रोहताश व दीपक को मुकदमा में इस्तेमाल की गई गाड़ी एक्सयूवी को बरामद करने हेतु 1 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। रिमांड अवधि के दौरान आरोपितों के कब्जे से हत्या में इस्तेमाल एक्सयूवी कार को बरामद किया जाएगा। हत्या से पहले अध्यापक गजेंद्र सिंह की रेकी करने वाला व आरोपित की कार को इशारा करने वाला आरोपित फिलहाल फरार है जिसकी गिरफ्तारी के प्रयास लगातार जारी हैं।