अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: उज्बेकिस्तान ने हरियाणा में फार्मास्यूटिकल उद्योग, उद्योग एवं वाणिज्य,अस्पताल, पर्यटन तथा चिकित्सा पर्यटन के क्षेत्र में सहयोग करने की पेशकश की है। यह पेशकश भारत में उज्बेकिस्तान के राजदूत फरहद आरज़एिव ने आज हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ उनके कार्यालय में हुई शिष्टाचार भेंट के दौरान की।
आरज़एिव ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि पिछले वर्ष उनका देश सूरजकुण्ड में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय शिल्प मेले में भागीदार देश था। शिल्प एवं हस्तकला के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए हरियाणा के साथ समझौते ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए थे। उसे धरातल पर लाने की प्रक्रिया आरम्भ की जाए।
आरज़एिव ने मुख्यमंत्री को उज्बेकिस्तान में जनवरी में आयोजित शिल्प एवं संस्कृति मेले में आने का निमन्त्रण भी दिया, जिसे मुख्यमंत्री ने सहर्ष स्वीकार किया। मुख्यमंत्री ने आरज़एिव को कुरुक्षेत्र में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के लिए उनको निमन्त्रण भी दिया। आरज़एिव ने मुख्यमंत्री को इस बात की भी जानकारी दी कि उनके देश की आबादी 3 करोड़ है, जो हरियाणा की आबादी से थोड़ी ज्यादा है।मुख्यमंत्री ने उनको इस बात से अवगत करवाया कि हरियाणा सरकार ने विश्व के अन्य देशों के साथ इस प्रकार के सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए अलग से विदेश सहयोग विभाग का गठन किया है तथा भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों को एक-एक देश के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
उज्बेकिस्तान के लिए कला एवं संस्कृति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विजय वर्धन को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्रीमती केशनी आनन्द अरोड़ा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव वी. उमाशंकर, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेन्द्र सिंह तथा एचएसआईआईडीसी के प्रबंध निदेशक भी उपस्थित थे।