अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:उत्तरी पश्चिमी जिले के थाना मुखर्जी नगर इलाके में रविवार शाम तक़रीबन 4 बजे ग्रामीण सेवा चालक और दिल्ली पुलिसकर्मी की गरमा गरमी ने एक विकराल रूप ले लिया । दोनों के बीच जमकर बहस हुई और ग्रामीण सेवा चालक सरबजीत सिंह और उसका 16 साल का नाबालिक बेटा दोनों पुलिस कर्मी के साथ थाने पहुंच गए। थाने पहुंचने के बाद भी दोनों के बीच जमकर बहसबाजी हुई और यह बहस बाजी इतनी बढ़ गई की ग्रामीण सेवा चालक सरबजीत सिंह को अपनी तलवार तक निकालनी पड़ गई । सरबजीत को खुद पर भारी पड़ता देख पुलिस वाले ने थाने के अंदर से अन्य पुलिसकर्मियों को अपनी मदद के लिए बुलाया लेकिन वह पुलिस वाले भी सरबजीत के सामने असहाय खड़े दिखाई दिए। घंटो बाद पुलिसकर्मी से भरी दो पुलिस वैन आई तो फिर पुलिस कर्मियों ने सिख बाप -नाबालिग बेटे को लाठी -डंडों ,लात -घूसों से मारते हुए और घसीटते हुए मुखर्जी नगर थाने में ले गए का लाइव वीडियो वायरल हो गया।
एक के बाद एक कई पुलिसकर्मियों ने आकर सरबजीत को और उसके नाबालिग बेटे को बीच सड़क पर पीटना शुरू कर दिया । जैसा की वीडियो में भी साफ दिख रहा है कि किस तरह से करीब आठ-दस पुलिस वाले अकेले सरबजीत और उसके बेटे को पीट रहे हैं।मामला बढ़ता देख सिख समुदाय के लोग धीरे-धीरे इकट्ठा होना शुरू हो गए और मुखर्जी नगर थाने के सामने सैकड़ों की संख्या में समुदाय के लोग हंगामा करने लगे । यह बात दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा तक भी पहुंची और वह भी सिखों के समर्थन में मुखर्जी नगर इलाके में अपने लोगों के साथ पहुंच गए । जहां पर सभी ने जमकर बवाल काटा और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की । घंटों तक मूखर्जी नगर में पुलिसकर्मियों और सिखों के बीच हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा और पुलिस असहाय और लाचार थाने में खड़ी रही ।
किसी दूसरे रास्ते से ग्रामीण सेवा चालक सरबजीत और उसके नाबालिग बेटे को जहांगीरपुरी के बाबू जगजीवन राम अस्पताल में मेडिकल के लिए ले जाया गया । जहां पर मेडिकल के बाद पीड़ित ने पत्रकारों को बताया कि उसे कई पुलिस वालों ने सड़क पर घसीट -घसीट कर पीटा है । जबकि उसका कसूर सिर्फ इतना था कि वह मुखर्जी नगर में बत्रा सिनेमा के पास सवारी लेने के लिए अपनी ग्रामीण सेवा लेकर खड़ा था । पुलिस के मुताबिक कथित घटना के बाद एक ग्रामीण सेवा टेम्पो के द्वारा एक पुलिस वाहन को दुर्घटना का कारण बना। तत्पश्चात एक पुलिस अधिकारी के सिर पर टेम्पो चालक द्वारा तलवार से हमला किया गया। इसके अलावा टेम्पो को खतरनाक तरीके से चलाया गया और पैर में एक पुलिसकर्मी को चोटें आईं। खबर हैं कि इस प्रकरण में दो सब इंस्पेक्टर व एक कॉस्टेबल को सस्पेंड किया गया हैं।