अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
वतन पर जां-निसार करने वाले शहीदों को नोएडा शहीद स्माकरक में विजय दिवस पर एक सादे समारोह में श्रध्दांजली दी गई। वाईस एडमिरल सतीश नामदेव घोरमड़े एवीएसएस, एनएम नौसेना स्टाफ के वाइस चीफ ने सेक्टर- 29 स्थित नोएडा शहीद स्मामरक पर पुष्पसचक्र चढा कर शहीदो को सलामी दी और दो मिनट का मौन रखकर श्रध्दांजली दी। कोरोना महामारी की स्थिति को देखते हुए समारोह स्थल को पूरी तरह सोशल डिस्टेसिग का पालन कोविड़ नियमो के पालन के पुख्ता प्रबन्ध किए गए थे।
नोएडा के हृदय में बसा नोएडा शहीद स्मागरक देश का एक मात्र ऐसा शहीद स्मा्रक है जिसे नोएडावासियो के अपने शहीदो के यादगार के लिए बनाया है। 1971 में पाकिस्तान पर मिले विजय के अवसर 22 दिसम्बर को आयोजित में समारोह सुबह 10 बजे वाईस एडमिरल सतीश नामदेव घोरमड़े ने शहीद स्मागरक पर पहुंचे और पुष्पहचक्र चढा कर शहीदो को सलामी दी और दो मिनट का मौन रखकर श्रध्दांीजली दी। इस अवसर पर यहां 38 शहीदों के परिजन, समेत बडी संख्याऔ में सेना के सेवानिवृत अधिकारी जिला प्रशासन के अधिकारियो ने उपस्थित होकर शहीद स्मारक पुष्पे चढाकर श्रध्दां जली दी।
इस अवसर वाईस एडमिरल सतीश नामदेव घोरमड़े ने कहा कि शहीदों को याद करने का आया दिन….. भर लेते हैं उनकी यादों से अपना मन….. देश के खातिर अगर हम कुछ कर सके तो…. उनकी तरह हो जाएगा धन्य हमारा अपना जीवन…. देश की सैनिकों ने अपनी जान देकर देश के लिए सर्वोच्च कुर्बानी दी है इन बहादुरों की कुर्बानी के कारण आज हम सुरक्षित और शांति के साथ जीवन जी रहे हैं यह गर्व की बात है कि आज जब हम इन शहीदों को याद कर रहे हैं तो इनके परिजन भी हैं इनके सपूतों ने यह कुर्बानी दी है. वाईस एडमिरल सतीश नामदेव घोरमड़े ने नोएडा शहीद स्मारक की सराहना करते हुए कहा की मुझे यह खुशी है की कोरोना काल की महामारी के समय तमाम बंदिशों के बावजूद इस सहित स्मारक सजा-संवार के रखा गया है जिससे पता चलता है कि यह शहीद स्मारक लोगों के कितना जुड़ाव है. इस अवसर पर लेफ्टिनेंट जनरल एसके सैनी ने संस्था के पुस्तिका का विमोचन किया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि की पत्नी श्रीमती संस्कृती घोरमडे 38 परिजनों से बातचीत किया और उन्हें उपहार वितरित किया.
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