अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: अपराध शाखा ,फरुखनगर की टीम ने आज डक़ैती व हत्या के मामले में अदालत से उम्र कैद की सजा पाने वाले अपराधी को 30 साल के बाद अरेस्ट किया हैं। ये अपराधी पैरोल पर जेल से बाहर आया था, और वापस नहीं आया। ये अपराधी अपना नाम बदल कर उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद में रहने लगा, और अपनी शादी कर ली, और अपने बच्चे के भी शादी कर ली, और स्वंय के द्वारा किए गए अपराध को अब तक किसी को नहीं बताया, और अब तक किसी के शादी समारोह में भी शामिल नहीं हुआ।
पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक मुकदमा नंबर- 46, दिनांक 14.03.1985, भारतीय दंड संहिता की धारा 395, 396, 397, 302 आईपीसी व शस्त्र अधिनियम थाना पटौदी, गुरुग्राम में गुरुग्राम पुलिस द्वारा आरोपित पुत्तीलाल व उसके अन्य साथियों को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था। इस मामले में आरोपितों को अदालत द्वारा दिनांक 23.03.1989 को उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी। पुत्तीलाल वर्ष-1992 में पैरोल पर जेल से बाहर आया था तथा वापस नहीं आया।
उनका कहना हैं कि अपराध शाखा ,फरुखनगर प्रभारी अमित कुमार की टीम ने पैरोल जम्पर पुत्ती लाल उर्फ़ विक्रमजीत को गुप्त सूचना के आधार पर कल 2 अगस्त 2022 को जनकपुरी गाजियाबाद (उत्तर-प्रदेश) से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में ज्ञात हुआ कि इसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर पटौदी के पास स्थित गांव सांपका में कई घरों में डकैती डाली थी। डकैती के दौरान ही इन्होंने एक व्यक्ति की हत्या भी कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया था तथा इन्हें उम्र कैद की सजा हो गई थी। वर्ष 1992 में पैरोल पर बाहर आने के बाद यह जेल वापस नहीं गया । उनका कहना हैं कि इसके बाद इसने पहचान छुपाने के उद्देश्य से अपना नाम पुत्तीलाल से बदल कर विक्रमजीत रख लिया तथा गाजियाबाद में रहने लगा। उसके बाद ना ही तो यह अपने गांव गया और ना ही किसी रिश्तेदारी में गया। इसने शादी भी कर ली तथा इसके 3 बच्चे भी है। इसने यह भी बताया कि अपने पिता की मौत होने पर भी अपने पैतृक घर नहीं गया था। इसने अपने लड़के की शादी में भी किसी भी रिश्तेदार को नहीं बुलाया था। इसके द्वारा किए गए अपराध बारे इसके बीवी व बच्चे भी अनभिज्ञ हैं। आरोपित को अदालत के सम्मुख पेश करके जेल भेज दिया गया है।
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