अजीत सिन्हा / नई दिल्ली
अजन माकन ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सब लोगों का स्वागत है। उदयपुर में नव संकल्प शिविर तीन दिवसीय, जब हमारा खत्म हुआ तो हमने नव संकल्प ऐलान वहाँ पर पढ़ा। आज मैं आप लोगों को संक्षिप्त में इसको कैसे हम 2-3 बड़े-बड़े चीजों के अंदर डाल सकते हैं, वो बताना चाहता हूँ और साथ में शुरुआत करना चाहता हूँ कि भारत जोड़ो का नारा क्यों और भारत जोड़ो के नारे से हमारा मतलब क्या है? आज भारतीय जनता पार्टी के वो नेता जो कि देश के हुक्मरान हैं, वो एक गलतफहमी के शिकार हैं। उनको लगता है कि भारत केवल चंद भूखंडों का ही समूह है। कुछ ज्योग्राफिकल लैंडमास इकट्ठा हो गया है, उसी का समूह है, उनको ऐसा लगता है।
जबकि ये सच्चाई नहीं है। भारत चंद भूखंडो का समूह नहीं है, बल्कि भारत की जनता और लोगों का समूह है, ये समझना चाहिए और जब वो भारत के इस समूह को धर्म के नाम पर तोड़ते हैं, गरीब और गरीब जब हो जाता है, अमीर और अमीर बन जाता है,और इसकी खाई जब और बढ़ जाती है, तो गरीब और अमीर के बीच की खाई बढ़ने से जो भारत टूटता है, जब हमारे दलित और आदिवासी और प्रताड़ित होते हैं और हमारी दूसरी सोसाइटी के सेगमेंट्स दूसरे औऱ हमारे जनसमूह के साथ में टूटते हैं, तो भारत टूटता है और आज हम लोग, कांग्रेस पार्टी चिंतन शिविर के नव संकल्प शिविर के
माध्यम से ये कहना चाहते हैं कि हम भारत को टूटने नहीं देंगे,
भारत को तोड़ने की जो नासमझी भरी हरकत भाजपा के लोग कर रहे हैं, उसको नहीं हम होने देंगे, हम भारत जोड़ेंगे। तो इसलिए सुब्बाराव जी का जो गांधियन थे, उनकी संस्था के द्वारा ये दिया गया नारा था, ‘जोड़ो-जोड़ो, भारत जोड़ो’ और हमने सुब्बाराव जी की संस्था का ‘जोड़ो-जोड़ो, भारत जोड़ो’ का नारा लिया और हम लोग पूरे हिंदुस्तान के अंदर कांग्रेस के सभी लोग यात्राएं करके भारत को जोड़ने की बात करेंगे और भारत टूट रहा है, भारत को तोड़ने की साजिश की जा रही है, ये हम लोगों को बताना चाहेंगे।
चाहे धर्म के नाम पर जब लोगों को बांटा जाए,तोड़ा जाए तो भारत टूटता है और आज हम भाजपा के हुक्मरानों को ये कहना चाहेंगे,विनम्रता से निवेदन करना चाहेंगे, अपने इस कार्य को दोबारा से सोचें, ऐसा न हो जाए कि भारत को वो इतना तोड़ दें कि भारतको जोड़ना ही नामुमकिन हो जाए। भारत के लोगों के दिलों में इतनी दरारें न पैदा हो जाएं कि भारत को जोड़ना ही कल को नामुमकिन हो जाए क्योंकि भारत लोगों का समूह है, सिर्फ चंद भूखंडों का समूह नहीं है, इस बात को ध्यान में रखकर के भारत के आगे उनको जो मौका मिला है, भारत को चलाने की कोशिश करें।जहाँ तक कि इस हमारे पूरे के पूरे नव संकल्प शिविर में लोगों की सोच और जो लोग चाहते हैं, उसको अगर हम सब नेता, बड़े और छोटे सब चाहते हैं तो दो चीजें निकलकर
आती है, आगे कांग्रेस के भविष्य के लिए। श्रीमती सोनिया गांधी ने भी कहा अपने अभिभाषण के अंदर शुरु में और सभी जगहों पर ये निकलकर आया कि हमारे संगठन के अंदर मूलभूत ढांचागत परिवर्तन करना चाहिए, स्ट्रक्चरल चेंजेस करने चाहिए। एक व्यक्ति तो दूसरे व्यक्ति के साथ तो है ही, उसकी बात भी की गई है, लेकिन मुख्यतः ढांचागत परिवर्तन हमको करना पड़ेगा, स्ट्रक्चरल चेंजेस करने पड़ेंगे, क्योंकि जो डेमोक्रेसी के टूल्स हैं, जो लोकतंत्र के हथियार हैं, वो पिछले दशकों से जो बदल गए हैं, नए हो गए हैं, उसके साथ में हमको ताल कदम मिलाना चाहिए और वो ढांचागत परिवर्तन से ही संभव है औऱ इसलिए कांग्रेस पार्टी ने जो मैं भी बताऊँगा कि हम लोगों ने जो इसके अंदर सिफारिशें की हैं, जिसका पालन हम लोग करेंगे, उसमें इस चीज को ध्यान में रखा गया है कि हमारे संगठन का ढांचा इस तरीके से हो कि हमारी नई प्रौद्योगिकी, नई टेक्नोलॉजी और हम कदम ताल कदम मिला सके, हमारे जिस तरीके से हम लोगों का प्रौद्योगिकी के अंदर विकास हुआ था। दूसरी बहुत महत्वपूर्ण चीज है कि युवाओं को उचित प्रतिनिधित्व हर स्तर के ऊपर मिले। आप में से बहुत सारे लोगों को अभी ये लग रहा होगा कि ये कैसे संभव है, ये संभव ही नहीं है, लेकिन मैं आपको ये कहना चाहता हूँ कि ये नव संकल्प जो हम लोगों का ऐलान है, उसके अंदर हमारा जो संकल्प है वो बहुत दृढ़ है। तो ये कोई केवल नव संकल्प ही नहीं है, ये दृढ़ संकल्प भी है औऱ ये दृढ़ संकल्प है कि हम इसका पालन हर हालत में करेंगे और जब हम कहतें हैं कि 50 under 50 तो 50 under 50 कांग्रेस वर्किंग कमेटी से लेकर नीचे तक के हर लेवल पर 50 under 50 होगा और ये हमारा नव संकल्प नहीं है, हमारा दृढ़ संकल्प है, फर्म रिजोल्व है। आप आगे आने वाले समय में इस चीज को देखेंगे।
अभी हम लोगों की आज सुबह 11 बजे केसी वेणुगोपाल जी ने सभी जनरल सेक्रेटरीज की मीटिंग यहाँ पर ली। एक घंटा हम लोगों ने मीटिंग के अंदर इस चिंतन शिविर के एक्सनेवल प्वाइंट्स हम लोगों ने बनाए और कल दोबारा से हम लोगों की मीटिंग होने वाली है औऱ इसके बाद में बहुत ही जल्द स्टेट वाइज हम लोगों का के स्टेट में वर्कशॉप एक-एक, दो-दो दिन के आगे होने वाले हैं, जिसके अंदर नव संकल्प ऐलान के इस डिक्लेरेशन के, दृढ़ संकल्प ऐलान के इस डिक्लेरेशन का हम किस तरीके से पालन करेंगे, इसके बारे में हम लोग पूरी तरह से नीचे लेवल तक चर्चा करेंगे। सबसे पहले तो हम लोगों ने ये कहा है कि जो हमारे रिक्त पद है, उसको तीन महीने से छः महीने के अंदर भरे जाएं, जितने भी रिक्त पद हमारे हैं। तो हमारा इलेक्शन चल रहा है, तो हमारे इस इलेक्शन के साथ-साथ में ये हो जाएगा। इसी के साथ में हम लोगों के मंडल कमेटीज, ब्लॉक्स और प्राईमरी जो बूथ यूनिट्स हैं, उसके बीच में पूरे देशभर के अंदर बनाए जाएं इसके लिए जिन जगहों पर इनके इलेक्शन्स हैं। केरल में इनके इलेक्शन्स होते हैं, बाकी जगहों पर नहीं होते हैं, तो वहाँ पर हम लोग प्रदेश की तरफ से इसको बहुत जल्द बनाएंगे और तीन नए डिपार्टमेंट्स, एक तो इलेक्शन मैनेजमेंट
डिपार्टमेंट, पब्लिक इन्साइट डिपार्टमेंट और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रेनिंग। ये तीनों की स्थापना भी हम लोग जल्द कर रहे हैं और ये पब्लिक इन्साइट डिपार्टमेंट हमारा साइंटिफिक सर्वे करेगा ताकि हमारे हर लेवल पर लोगों को इस चीज का अंदाजा हो कि हमको किस तरीके से आगे पार्टी को लेकर जाना है मुद्दों के ऊपर हमारी क्या सोच और क्या रेस्पॉन्स होना चाहिए। फिर हमारे पदाधिकारियों के कार्यों का मूल्यांकन भी होना चाहिए और उसके लिए क्या टास्क होंगे और कैसे इवैल्यूएशन उनकी की जाएगी ये जनरल सेक्रेटरी ऑर्गनाइजेशन के माध्यम से होगा, इस चीज की भी चर्चा आज हम लोगों ने की। हम सब लोगों की भी, इवन जनरल सेक्रेटरीज एआईसीसी की भी और नीचे हर एक काम की इवैल्यूएशन हमारे जनरल सेक्रेटरी ऑर्गेनाइजेशन के ऑफिस में होगी, टास्क बनाए जाएंगे और उसको हम लोगों को अचीव करना पड़ेगा और यही नीचे लेवल से लेकर ऊपर लेवल तक सब जगह के ऊपर ये होगा।
वन पर्सन, वन पोजीशन इसके लिए भी आईटेंडिफाई करने के लिए हम लोगों को कहा है। जब हम स्टेट्स में जाएंगे, तो उसमें हम लोग इस चीज को देखेंगे कि इसको कैसे इंप्लीमेंट किया जाए और 5 साल से ऊपर कोई भी व्यक्ति किसी भी पोस्ट पर नहीं रहेगा, इसके लिए भी हम लोग आइडेंटिफाई कर रहे हैं कि नीचे से ऊपर लेवल पर जो भी व्यक्ति 5 साल तक रहा है, अपनी पोस्ट के ऊपर उसको आइडेंटिफाई किया जाए ताकि वो उस पोस्ट के ऊपर आगे नहीं रह सके।हमने इसमें ये भी कहा है कि एआईसीसी का सेशन हर साल एक बार कम से कम हो और स्टेट कांग्रेस कमेटी का भी हर साल कम से कम एक सेशन जरुर हो और 9 अगस्त से 75वीं वर्षगांठ आजादी की, इसको मनाने के लिए 75 किलोमीटर पदयात्रा हमारे लोग करेंगे। जैसे मैंने कहा कि भारत जोड़ो की यात्रा पूरे देशभर के अंदर हम लोग निकालेंगे और भारत जोड़ने की बात हम लोग कहेंगे। तो ये मोटा-मोटी आपको तीन चीजों के लिए मैंने कहा कि भारत जोड़ो हमने क्यों, क्या सोचकर भारत जोड़ो का नारा दिया और सुब्बाराव जी के इस नारे को हम लोगों ने क्यों लिया और कैसे हमारे यूथ, हम लोगों ने आह्वान किया है और यूथ को फिर से मैं आज आप लोगों के माध्यम से कहना चाहता हूँ कि युवाओं के लिए एक बहुत बड़ी ऑपोर्चुनिटी कांग्रेस पार्टी के अंदर बन रही है और इलेक्शन अथॉरिटी से बात करके हमारे इस नव संकल्प के ऐलानों को भी उनसे बात करके कहा जा रहा है कि किस प्रकार से हमारे आने वाले इलेक्शन्स में इसको लागू किया जा सके और संगठन के अंदर कैसे ढांचागत, स्ट्रक्चरल चेंजेस इसमें किए जाएंगे,
इसके ऊपर भी कार्यवाही हम लोगों की शुरु हो चुकी है।
धन्यवाद।