एक ओर देश में गैंगरेप की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रहीं तो दूसरी ओर ऐसी घटनाओं से जुड़े केस को वापस लेने का लगातार दबाव भी डाला जाता है. ऐसी ही एक घटना हुई महाराष्ट्र में जहां 4 साल पुराने गैंगरेप केस को वापस लेने के लिए पीड़िता और उसके पति के साथ मारपीट की गई.
घटना महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले की है जिसमें आरोपियों ने गैंगरेप केस वापस लेने को लेकर दवाब बनाने के लिए पीड़िता और उसके पति को निर्वस्त्र कर पेट्रोल छिड़ककर पीटा गया.
पीड़िता का आरोप है कि मारपीट की इस घटना में अहमदनगर के पुलिस कर्मचारी भी शामिल हैं.पीड़िता और उसके पति को निर्वस्त्र कर पीटने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया है और पुलिस मामले की जांच में जुटी है. पीड़ित परिवार की ओर से कहा गया है कि उन्हें धमकी दी गई है कि अगर मारपीट की शिकायत पुलिस से की तो पिटाई का यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल कर देंगे. साथ ही पति का वीर्य निकालकर रेप का केस दर्ज करेंगे.पीड़ित महिला के परिवार वालों का कहना है कि गैंगरेप की यह घटना 2016 की है. इस गैंगरेप के खिलाफ अहमदनगर के तोपखाना पुलिस थाने में एफआईआर भी दर्ज है.दर्ज एफआईआर के अनुसार गैंगरेप के आरोपियों में पिता-भाई भी शामिल थे. इनके अलावा इस वारदात में पुलिसकर्मी भी शामिल थे.
आरोपियों की ओर से पीड़ित परिवार पर गैंगरेप का आरोप वापस लेने का दबाव डाला जा रहा था. इस बीच मेडिकल रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पहले हाई कोर्ट फिर सुप्रीम कोर्ट ने भी आरोपियों को जमानत देने से इनकार कर दिया था. हालांकि गैंगरेप की घटना के 4 साल बीत जाने के बाद भी पुलिस ने इस मामले में अब तक कोई चार्जशीट नहीं दाखिल की है. इससे पहले पीड़िता के पति को जान से मारने की कोशिश भी की गई थी.24 जनवरी को पीड़िता और उसका पति अहमदनगर के सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए आए थे, और इलाज के बाद अस्पताल से निकलकर दोनों ऑटो रिक्शा में बैठ गए, लेकिन ऑटो रिक्शा में पहले से ही बैठा एक शख्स दोनों को बेहोशी की दवा सुंघाकर एक कमरे में ले गया और उनके कपड़े उतारकर, उनके शरीर पर पेट्रोल डालकर मारपीट की गई.सोशल मीडिया में वीडियो के वायरल होने के बाद अहमदनगर के एसपी सागर पाटिल ने कहा कि वायरल वीडियो को देखने के बाद पुलिस पीड़ित परिवार के पास पहुंची है. महिला के बयान पर एफआईआर दर्ज की जाएगी. हमने मामले की जांच शुरू कर दी है.