अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून पर देश की राजधानी दिल्ली के जामिया इलाके में एक बार फिर से हिंसा हुई. रविवार शाम जामिया में प्रदर्शन काफी उग्र हो गया. प्रदर्शनकारियों ने कई बसों में आग लगा दी है.आग बुझाने के लिए दमकल की 4 गाड़ियां मौके पर पहुंची थीं. बसों में लगी आग बुझाने के दौरान ही प्रदर्शनकारियों ने गाड़ियों पर हमला कर दिया,जिसमें एक फायर मैन को काफी चोटें आई हैं.जामिया की लाइब्रेरी में भी तोड़-फोड़ की गई है.कुछ देर अराजकता की स्थिति रहने के बाद पुलिस ने अब इलाके में फ्लैग मार्च किया है.अब हालात नियंत्रण में है. इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
डीसीपी चिन्मय बिस्वाल ने कहा है कि स्थिति अब नियंत्रण में है.
प्रदर्शनकारियों ने बसों में लगाई आगइससे पहले तोड़ फोड़, नोएडा से न्यूफ्रेंड्स कॉलोनी की तरफ आ रही बसों में की गई. कुछ सरकारी बसों में यात्री बैठे हुए थे, तभी अचानक भीड़ ने लाठी-डंडों और पत्थरों से बस पर हमला कर दिया. कई बसों में आग लगा दी. जिसके बाद बाहर खड़े राहगीर भी मौके से भागते नजर आए. प्रदर्शन दिल्ली के ओखला, जामिया और कालिंदी कुंज वाले इलाके में हुआ. हिंसक झड़प में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.
जामिया प्रशासन का पुलिस पर आरोप
इससे पहले जामिया के छात्र जामिया मिलिया इस्लामिया के बाहर नारेबाजी कर रहे थे. रविवार को जामिया प्रशासन ने बयान जारी करते हुए स्पष्ट कर दिया है आज हो रहे प्रदर्शन में उनके विश्वविद्यालय के छात्र शामिल नहीं है. जामिया यूनिवर्सिटी के चीफ प्रॉक्टर वसीम रिजवी ने पुलिस पर आरोप लगाया कि छात्रों से पुलिस ने मारपीट की है. उनका कहना है कि पुलिस जबरन कैंपस में घुसी है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उप राज्यपाल से बात की है.