सवांददाता : विराट कोहली ने अपने टेस्ट करियर का चौथा दोहरा शतक (204) जमाया. उन्हें तैजुल इस्लाम ने एलबीडब्ल्यू आउट किया. उस वक्त भारत का स्कोर 4 विकेट पर 495 रन था. विराट ने 246 गेंदें खेलीं और 24 चौके जमाए.उसके बाद ऋद्धिमान साहा और आर. अश्विन टीम के स्कोर को 569/5 तक ले गए. इस स्कोर पर भारत का छठा विकेट गिरा. अश्विन(34) को मेहदी हसन की गेंद पर सौम्य सरकर ने लपका, लेकिन दूसरे छोर पर साहा ने अपना स्वाभाविक खेल जारी रखा. उन्होंने चाय के समय तक 83 रन बना लिए हैं. उनका साथ निभा रहे रवींद्र जडेजा ने 16 रन बनाए हैं. भारत का स्कोर 6 विकेट पर 620 रन है.
विराट ने सहवाग के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा
इससे पहले बांग्लादेश के खिलाफ इकलौते टेस्ट में विराट कोहली ने वीरेंद्र सहवाग का रिकॉर्ड तोड़ दिया. सहवाग के नाम एक होम सीजन में सर्वाधिक रन बनाने का कीर्तिमान था. जिन्होंने 2004-05 के होम सीजन में 1105 रन बनाए थे. विराट ने उस आंकड़े को पार किया.
विराट-रहाणे ने चौथे विकेट के लिए रिकॉर्ड 222 रन जोड़े
दूसरे दिन भारत ने अच्छी शुरुआत की. अंजिक्य रहाणे ने शानदार वापसी करते हुए अपने टेस्ट करियर का 10 वां अर्धशतक जमाया. उन्होंने 82 रन की पारी खेली. उन्हें तैजुल इस्लाम ने मेहदी हसन के हाथों लपकवाया. रहाणे और विराट के बीच चौथे विकेट के लिए 222 रन की साझेदारी हुई, जो बांग्लादेश के खिलाफ रिकॉर्ड है.
देखिए होम सीजन में सर्वाधिक रन बनाने वालों की लिस्ट
वीरेंद्र सहवाग , 17 पारी, 1105 रन (2004/05)
ग्राहम गूच (इंग्लैंड), 11 पारी, 1058 रन (1990)
सुनील गावस्कर, 21 पारी, 1027 रन (1979/80)
दिलीप वेंगसरकर,13 पारी, 966 रन (1986/87)
हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशल स्टेडियम में कप्तान विराट कोहली और मुरली विजय के शतकीय प्रहारों के अलावा चेतेश्वर पुजारा (83 रन) की पारी की बदौलत भारत पहले दिन का खेल समाप्त होने तक भारत ने अपनी पहली पारी में 3 विकेट पर 356 रन बनाए. विराट कोहली 111 और अंजिक्य रहाणे 45 रन बना कर खेल रहे हैं. विराट ने बांग्लादेश के गेंदबाजों की जम कर परीक्षा ली और अपने टेस्ट करियर का 16 वां शतक जमाया. 54वां टेस्ट खेल रहे विराट ने अपनी नाबाद शतकीय पारी के दौरान 12 चौके लगाए हैं.
मुरली विजय ने जड़ा 9वां टेस्ट शतक
पहले दिन चाय काल के बाद सलामी बल्लेबाज मुरली विजय शतक पूरा करने में कामयाब रहे. 48वें टेस्ट में उनका यह 9वां शतक रहा. उन्हें तैजुल इस्लाम ने तीसरे विकेट के रूप में आउट किया. विजय ने 160 गेंदें खेलीं, जिनमें उनके 12 चौके और एक छक्का शामिल रहे. विराट कोहली के साथ उन्होंने 54 रन जोड़े.
खराब शुरुआत के बाद विजय-पुजारा ने संभाला
चेतेश्वर पुजारा (83 रन) और मुरली विजय ने दूसरे विकेट के लिए 178 रन जोड़े. पुजारा ने अपने टेस्ट करियर की 12वीं फिफ्टी लगाई. महज दो रन पर पहला झटका लगने के बाद दोनों ने भारत को मजबूती दी. शतक की ओर बढ़ रहे चेतेश्वर पुजारा का विकेट ऑफ स्पिनर मेहदी हसन को मिला, विकेटकीपर कप्तान मुशफिकुर रहीम ने वह कैच पकड़ा. तस्किन अहमद ने सलामी बल्लेबाज केएल राहुल (2 रन ) को आउट कर बांग्लादेश को शुरुआती विकेट दिलाया था. राहुल बोल्ड हो गए थे.
रन आउट होने से बच गए थे मुरली विजय
19वें ओवर की तीसरी गेंद पर मुरली विजय रन आउट होते-होते बच गए थे. उस समय भारत का स्कोर 67 रन था और विजय ने 35 रन बनाए थे. दरअसल, बांग्लादेश के स्पिनर मेहदी हसन थ्रो को पकड़ नहीं पाए और उनके हाथ से रन आउट का मौका निकल गया. इससे पहले पुजारा को भी जीवनदान मिला था, जब उनके खाते में सिर्फ 11 रन थे.