अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:आज ग्रीन फिल्ड कालोनी से एक अच्छी खबर नहीं,बल्कि कहे तो बहुत ही अच्छी खबर आई, तो गलत नहीं होगा। बल्कि ये कहे कि कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए संजीवनी बूटी हैं, जो इस वक़्त कोरोना संक्रमण के चपेट में आने के बाद लोग एक-एक दिन बंद कमरों के बिस्तरों पर गीन रहे हैं कि वह कब ठीक होंगें। ऐसे ही मरीजों को एक ऐसी शक्ति मिलेंगी,जिसे महसूस करने के बाद कोरोना संक्रमण सैकड़ों किलो मीटर के स्पीड से कोसों दूर भागेगा। क्यूंकि अभी देश -प्रदेशों व जिलों के विभिन्न हिस्सों से एक के बाद एक बहुत ही बुरी खबरें आ रही हैं। ये सुन सुन कर बहुत से ऐसे लोगों की और ज्यादा तबियत ख़राब हो रही हैं, इस वक़्त लोगों को अच्छी ख़बरों की तलाश हैं। जिनसे लोगों के शक्ति मिले। जो लोग इस वक़्त बिल्कुल खो चुके हैं। जी हैं बात कर रहे हैं एक ऐसे परिवार की जिनके परिवार में 8 लोग एक साथ कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे जो कि अब सभी के सभी लोग बिल्कुल ठीक हैं। असल में ये खुशनुमा परिवार हैं ग्रीन फिल्ड रेजिडेंट वैलफेयर एसोसिएशन के प्रधान वीरेंद्र भड़ाना का।
प्रधान वीरेंद्र भड़ाना बताते हैं कि मेरे परिवार में मेरी मां प्रेमवती, उम्र 75 साल, मेरी धर्म पत्नी किरण भड़ाना, बड़ा बेटा विवेक, सुमित, अंकुर व प्रवेश हैं और चार बहुएं हैं, जिनके नाम रेशमी, स्वाति, कोमल व नेहा हैं। इनमें से नेहा अपने मायके गई हुई हैं। और उनके चार पोते -पोतियां हैं। इनमें से एक पोती की उम्र 8 साल व दूसरी 5 साल की हैं और एक पोते की उम्र दो साल है। एक पोता ढेड़ साल का हैं जो अपने छोटे दादा सुंदर भड़ाना के घर पर सुरक्षित हैं और ठीक। उनका कहना हैं कि उनका बेटा प्रवेश भड़ाना 11 अप्रैल 2021 को दिल्ली में अपने मामा से मिल कर जब अपने घर फरीदाबाद लौटा था और उसकी तबियत ज्यादा खराब हो गई थी,जैसे कि सिर में दर्द,फिर बुखार व हाथ -पैरों में दर्द होने लगा था। इसके बाद जब वह डॉक्टरों से उसकी कोरोना टेस्ट करवाई तो उसका रिपोर्ट पॉजिटिव आई गई थी। इसके बाद कोरोना ने अपना दायरा बढ़ाया और सुमित भड़ाना और उसकी धर्मपत्नी स्वाति को अपने चपेट में ले लिया, कोरोना का कहर यही थमा और कहर बरपाते हुए अंकुर भड़ाना और उसकी धर्म पत्नी कोमल को भी चपेट में ले लिया। इसके बाद कोरोना संक्रमण ने अगले शिकार की तलाश में जुट गया,उसकी तलाश उस खत्म हो गई जब उन्हें और उनकी धर्मपत्नी किरण भड़ाना को अपने चपेट में ले लिया। अगर आप ये सोच रहे होंगे की कोरोना संक्रमण इसके बाद बिल्कुल शांत बैठ गया होगा मेरे घर में तो आप बिल्कुल गलत हैं। क्यूंकि इसके बाद कोरोना संक्रमण ने विवेक भड़ाना की धर्मपत्नी व मेरी बड़ी बहु रेशमी को भी अपने चपेट में ले लिया। उनका कहना है कि इस तरह से उनके परिवार में एक साथ आठ लोग कोरोना पॉजिटिव हो गए। इसके बाद डॉक्टरों की सलाह पर नारियल पानी, हल्दी वाला गाय का दूध, काढ़ा, हरी सब्जी व अन्य खाने -पीने के गरम सामान लेते रहे। इस तरह से बंद कमरे में लगातार रहे हैं,इस तरह से 15 दिन बीत गए अब फिर से टेस्ट करवाया तो सभी के सभी लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आ गई हैं। अब सभी के सभी लोग अपने आप ठीक और अच्छा महसूस कर रहे हैं। सवाल के जवाब में उनका कहना हैं कि इस वक़्त जो लोग कोरोना संक्रमण के शिकार हो चुके हैं, अपने अंदर हिम्मत हौसला हमेशा बनाए रखे,कोरोना प्रोटोल का पालन करे। आप सभी लोग निराशा को कोसों दूर फेंकें आशा पर दुनिया टिकी हुई हैं, इस लिए हमेशा से अपने अंदर हौसले की उड़ान को हमेशा उड़ाते रहे, आगे आपकी नई जिंदगी, आपका इंतजार कर रही हैं मैं तो बस यही कहूंगा।
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