अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
वेव मेगा सिटी सेंटर प्राइवेट लिमिटेड ने खुद को दिवालिया घोषित करने की अर्जी नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) में दी है। इससे समूह में निवेश कर चुके वेव मेगा सिटी सेंटर प्राइवेट लिमिटेड ने खुद को दिवालिया घोषित वेव सिटी सेंटर के सैकड़ों खरीददारों ने आज नोएडा अथॉरिटी के मुख्यालय पर प्रदर्शन किया है। इन लोगों का कहना है कि प्राधिकरण की वेव बिल्डर पर कार्रवाई के बाद कंपनी ने खुद को दिवालिया घोषित करने के लिए नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) में याचिका दाखिल की है। ऐसे में हम अपनी जीवन भर की कमाई का निवेश करके फंस गए हैं। प्रदर्शन में लोगो ने कंपनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया।
ये तस्वीरे नोएडा के सेक्टर- 6 स्तिथ नोएडा प्राधिकरण के कार्यलय का है जहाँ आज दोपहर वेव सिटी सेंटर के खरीदारों ने जमकर कर बिल्डर और प्राधिकरण के प्रदर्शन किया है, इन लोगों का कहना है की वेव बिल्डर द्वारा इन लोगों से 90% पेमेंट ली जा चुकी है। जिसके बाद अब नोएडा प्राधिकरण द्वारा वेव की जमीन को अपने कब्जे में ले लिया गया है। जिसके बाद से सभी बायर्स परेशान है। आज नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक ऋतु महेश्वरी से मुलाकात की जिसमे बायर्स ने अपनी सारी समस्याओं को सुनाया। समस्याओं को सुनने के बाद मुख्य कार्यपालक ऋतु महेश्वरी का इन लोगों से कहना है कि यदि यह लोग वेव बिल्डर से 35 से 40 करोड रुपए बकाया नोएडा अथॉरिटी में जमा करा दें तो अथॉरिटी द्वारा इन बायर्स की रजिस्ट्री शुरू कर दी जाएगी जिससे सरकार को भी 700-800 करोड़ रुपये का फायदा होगा।
नोएडा के सेक्टर-25 और सेक्टर-32 के बीच स्थित वेव मेगा सिटी सेंटर प्राइवेट लिमिटेड ने साल 2011 में लीज होल्ड के आधार पर 6.18 लाख वर्ग मीटर जमीन खरीदा था। इसके लिए ग्रुप ने 1.07 लाख रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर से 6,622 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। वेव मेगा सिटी सेंटर प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक राजीव गुप्ता ने बताया कि वेव मेगा सिटी सेंटर प्राइवेट लिमिटेड ने प्राधिकरण के अधिकारियों के मनमाने और अनुचित निर्णय के कारण एनसीएलटी दिल्ली में अपने को दिवालिया होने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए आवेदन दिया है।