अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की उत्तरी रेंज I/अपराध शाखा की एक टीम ने हत्या के मामले में वांछित अपराधी को गिरफ्तार किया हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपित का नाम आकाश उर्फ़ वीरू उर्फ़ चिरा, उम्र 24 वर्ष, निवासी महिंद्रा पार्क, जहांगीर पुरी, दिल्ली है, जो एफआईआर नंबर – 563/2019, धारा 302/34 भारतीय दण्ड संहिता, थाना भलस्वा डेयरी, दिल्ली के तहत वांछित है। मामला दर्ज होने के बाद से ही वह अपनी गिरफ्तारी से बच रहा था व उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी किया गया था। वह पूर्व में 10 अपराधिक मामलों में संलिप्त है।
विशेष डीसीपी अपराध रविंद्र सिंह यादव ने आज जानकारी देते हुए बताया कि प्रधान सिपाही नितिन कुमार को गुप्त सूचना मिली कि अपराधी आकाश उर्फ़ वीरू उर्फ़ चिरा जो थाना भलस्वा डेयरी, दिल्ली में हत्या के मामले में वांछित है। वह महिंद्रा पार्क, जहांगीर पुरी, दिल्ली के क्षेत्र में छिपा है और अगर समय पर कार्रवाई की जाए तो उसे वहाँ से पकड़ा जा सकता है। तदानुसार, उपायुक्त संजय भाटिया द्वारा सहायक आयुक्त विवेक त्यागी की देख रेख में व निरीक्षक सतीश मलिक के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया। जिसमें प्रधान सिपाही नितिन कुमार, प्रधान सिपाही नवल सिंह, प्रधान सिपाही मनदीप और प्रधान सिपाही नरेंद्र शामिल थे। उपरोक्त सूचना के अनुसार टीम द्वारा महिंद्रा पार्क, जहांगीरपुरी, दिल्ली के इलाके में जाल बिछाया गया और आरोपित आकाश उर्फ़ वीरू उर्फ़ चिरा, उम्र 24 वर्ष, को सफलतापूर्वक पकड़ लिया गया। यादव का कहना हैं कि पूछताछ के दौरान, आरोपित आकाश उर्फ़ वीरू उर्फ़चिरा ने थाना भलस्वा डेयरी, दिल्ली के हत्या के एक मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। उसने आगे खुलासा किया कि वर्ष 2019 में, उसने अपने सहयोगियों अजय, विशाल और दो जेसीएल के साथ मिल कर नवीन को चाकू मार दिया क्योंकि उसने आरोपित के दोस्त की प्रेमिका के बारे में कुछ टिप्पणी की थी। घायल होने के कारण पीड़िता ने दम तोड़ दिया। इस सन्दर्भ में एफआईआर नंबर- 563/2019, धारा 302/34 भारतीय दण्ड संहिता, थाना भलस्वा डेयरी, दिल्ली में दर्ज की गई थी। जांच के दौरान आरोपित अजय को गिरफ्तार कर लिया गया और दो जेसीएल को पकड़ा गया था। मुख्य आरोपित आकाश उर्फ़ वीरू उर्फ़ चिरा, जिसने पीड़ित की चाकू मारकर हत्या की थी, को मामला दर्ज होने के बाद से गिरफ्तार नहीं किया गया था। उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी किए गए थे। अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए वह दिल्ली के जहांगीर पुरी इलाके में किराए के मकान में रहने लगा। इसके बाद, वह डकैती/ स्नैचिंग/ आर्म्स एक्ट आदि के कई आपराधिक मामलों में शामिल हो गया। वह अपनी गिरफ़्तारी से बचने के लिए नियमित रूप से अपने ठिकाने बदल रहा था।
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