अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: उधार के पैसों के लिए दबाव बनाया तो ढाबा चलाने वाली एक महिला ने अपने ड्राइवर व एक अन्य स्टाफ के साथ मिलकर उसकी लड़की का योजनाबद्ध तरीके से अपहरण कर लिया, और फोन करके उससे 50 लाख रुपए की मांग की, वारदात वाले दिन शिकायतकर्ता के घर में कीर्तन था और आरोपित महिला कीर्तन में शामिल हुई थी, उसने ड्रामा करके शिकायतकर्ता को ये बताया की उसकी भी बच्ची गायब हैं, लगता हैं किसी ने दोनों लड़कियों का अपहरण कर लिया हैं, ताकि किसी को उसपर शक न हो। पुलिस ने समय पर कार्रवाई करते हुए होरों हौंडा से दोनों बच्चियों को सकुशल बरामद कर लिया, और अब ड्रामेबाज महिला सहित तीन आरोपितों को पुलिस ने अरेस्ट किया हैं। ये खुलासा आज डीसीपी उपासना ने सीपी कार्यालय के कांफ्रेंस हॉल में आयोजित प्रेस वार्ता में किए हैं।
डीसीपी उपासना ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि गत 9 सितंबर -2022 को पुलिस चौकी मारुति कुंज में दो लडकियो का अपहरण होने की सूचना मिली। जिस सूचना पर पुलिस टीम तुरन्त घटनास्थल पर पहुँच गई तथा उन्हें बरामद करने के कोशिश शुरू किए गए। अपहरण हुई दोनों बच्चियों को गुरुग्राम पुलिस ने हीरो होंडा चौक से सकुशल बरामद करके उनके परिजनों के हवाले किया गया। उनका कहना हैं कि गत 10 सितंबर -2022 को अपहृत लडक़ी के पिता ने शिकायत दी कि गत 9 सितंबर -2022 को उसके घर पर कीर्तन था और कीर्तन में उसके पड़ोसी व दोस्तो सहित लगभग 20-25 महिला पुरुष व बच्चे थे और कीर्तन लगभग 6.30 पीएम बजे समाप्त हो गया था। शाम को लगभग 8.27 पीएम बजे उनके फोन पर एक अन्जान मोबाइल नम्बर से फोन आया जिसने कहा कि उसकी बेटी उनके पास है तथा 50 लाख रूपए की मांग की तथा कहा कि पुलिस को सूचना दी तो उसकी लडकी को जान से मार देंगे। और मारने की धमकी दी। जब वह घर पहुंचा तो उसकी दोस्त रिंकी तिवारी की लडकी भी नहीं मिली। किसी ने दोनो बच्चियों का अपहरण कर लिया था। उन्होंने पुलिस मे सूचना दी तो अपहरणकर्ता दोनों बच्चियों को हीरो होंडा चौक पर छोड़कर भाग गए।
उनका कहना है कि गत 10 सितंबर -2022 को इस मामले में प्राप्त शिकायत पर थाना भोंडसी में धारा 364A, 387, 506, 34, 120B आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। उप-निरीक्षक अमित कुमार, इंचार्ज पुलिस चौकी मारुति कुंज, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने बच्चियों को अपहरण करने की वारदात को अंजाम देने वाली मुख्य मास्टरमाइंड आरोपित महिला व उसके 2 साथियों को कल शनिवार को गुरुग्राम से काबू करके इस मुकदमा में अरेस्ट किया गया। अरेस्ट किए गए आरोपितों के नाम *रिंकी तिवारी, सागर सिंह व विकास उर्फ सूरज* हैं। उनका कहना हैं कि आरोपितों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि आरोपित महिला रिंकी एक ढाबा चलाती है तथा सागर रिंकी की गाड़ी पर ड्राइवर का काम करता है व विकास उसके ढाबा पर काम करता हैं। शिकायतकर्ता से आरोपित युवती रिंकी ने रुपए उधार लिए हुए थे और वह उस पर (रिंकी) रुपए वापस देने के लिए दबाव बना रहा था। गत 9 सितंबर 2022 को उपरोक्त मुकदमा में शिकायतकर्ता के घर पर कीर्तन था और कीर्तन में रिंकी को भी बुलाया था। रिंकी ने उसके ढाबे पर काम करने वाले लड़के व उसकी गाड़ी पर ड्राइवर का काम करने वाले (सागर) के साथ मिलकर योजना बनाई कि सभी लोग कीर्तन में व्यस्त होंगे। उसी समय शिकायतकर्ता की बेटी का अपरहण कर लेना। किसी को इन पर शक ना हो इसलिए रिंकी की बेटी का भी अपहरण कर लेना तथा अपहरण के बाद शिकायतकर्त्ता से 50 लाख रुपयों की मांग करके रुपए ऐंठ लेंगे। योजनानुसार रिंकी की गाड़ी में उपरोक्त दोनों आरोपितों ने इस वारदात को अंजाम दिया किन्तु जब इन्हें ये भनक लगी कि बच्चियों के अपहरण होने की सूचना पुलिस को दे दी गई है तो ये लोग बच्चियों को हीरो होंडा चौक पर छोड़कर भाग गए। वारदात में प्रयोग की गई 1 कार (होंडा अमेज) आरोपियों के कब्जा से बरामद* की गई है। आरोपित युवती को कल शनिवार को न्यायिक हिरासत में भेजा गया व उपरोक्त अन्य दोनों आरोपितों को आज अदालत के सम्मुख पेश करके न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। मुकदमा में अनुसंधान अधीन है।
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