अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान आज उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर झूठा मुकदमा दर्ज करने, सीबीआई का दुरुपयोग करने और करोड़ों रुपए में विधायकों की खरीद-फरोख्त करने को लेकर गंभीर चर्चा हुई। इस दौरान सदन को संबोधित करते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में “आप” की सरकार गिराने के लिए सभी राष्ट्र विरोधी ताक़तें इकट्ठी हो गईं हैं। इन राष्ट्र विरोधी ताकतों से भारत की तरक्क़ी देखी नहीं जा रही है। हम सब भारतवासियों को मिलकर इनका सामना करना है। सारी राष्ट्र विरोधी ताकतों ने षणयंत्र रच कर मनीष सिसोदिया पर झूठी एफआईआर दर्ज कराई और आरोप लगाया कि इन्होंने शराब में पैसे खा गए। सीबीआई को मनीष सिसोदिया के घर 14 घंटे तक रेड की और एक चवन्नी भी नहीं मिला। लोग बता रहे हैं कि गुजरात चुनाव की वजह से यह सब हो रहा है,
अगर हम घोषणा कर दें कि गुजरात में चुनाव नहीं लड़ेंगे, तो ये सारी जांचें बंद हो जाएंगी। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इन लोगों की लड़ाई भ्रष्टाचार के खिलाफ़ नहीं है। “ऑपरेशन लोटस” सत्ता हथियाने का ऑपरेशन है। देश में अभी तक ये लोग गोवा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, आसाम, मध्यप्रदेश, बिहार, अरुणाचल, मणिपुर, मेघालय की सरकारे गिरा चुके हैं। ये लोग अब तक 277 विधायक खरीद चुके हैं। अगर 20 करोड़ प्रति विधायक ही मान लें, तो 277 विधायकों को खरीदने में 5500 करोड़ रुपए खर्च कर चुके हैं। इस देश में गरीब का खून चूस कर एक आदमी की सत्ता की हवस को पूरा करने के लिए सारा पैसा इस्तेमाल किया जा रहा है। मैं देश की जनत से पूछना चाहता हूं कि क्या देश के लोगों को यह मंजूर है? इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने सदन में विश्वास मत का प्रस्ताव रखा। ‘‘आप’’ की सरकार 29 अगस्त को सदन में विश्वास हासिल करेगी।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए 18 अगस्त को न्यूयॉर्क टाइम्स के फ्रंट पेज पर दिल्ली के शिक्षा मॉडल की खबर प्रकाशित होने पर देश के लोगों को बधाई दी। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अखबार के फ्रंट पेज का लगभग 80 फीसद हिस्से में यह खबर छपी है। इसमें दिल्ली सरकार के एक स्कूल के बच्चों और उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की फोटो छपी है। यह पूरे देश के 130 करोड़ भारतीयों के लिए गर्व की बात है। जिस दिन यह खबर छपी थी, उस दिन पूरे देश का सीना चौड़ा हो गया। पूरे देश में आप पूछो कि केंद्र में शिक्षा मंत्री कौन है, तो मुझे नहीं लगता है कि सबको पता होगा। आप अगर पूछो कि उत्तर प्रदेश का शिक्षा मंत्री कौन है, किसी को नहीं पता होगा। मैं सोशल मीडिया पर एक वीडियो देख रहा था, जिसमें बच्चों से पूछा गया कि केंद्र का शिक्षा मंत्री कौन है? वो बच्चा बोला, मनीष सिसोदिया। उससे पूछा कि उत्तर प्रदेश का शिक्षा मंत्री कौन है, वो बोला- मनीष सिसोदिया। इस देश में एक ही शिक्षा मंत्री है और अब तो ऐसा लगता है कि पूरी दुनिया में एक ही शिक्षा मंत्री है। अमेरिका वालों से पूछो कि कौन शिक्षा मंत्री है, तो वो भी कह रहे हैं कि मनीष सिसोदिया। यह हर भारतीय के लिए बहुत गर्व की बात थी। सब लोगों को बहुत अच्छा लगा। उसी के एक हफ्त के बाद 25 अगस्त को अमेरिका के न्यूयॉर्क टाइम्स में ही एक और खबर छपी थी कि ‘मोदी के भारत में जनतंत्र की हत्या हो रही है।’ जब दुनिया के किसी भी कोने में किसी भी अखबार में अगर भारत के खिलाफ कोई खबर छपती है, तो हर भारतीय के दिल में बहुत पीड़ा होती है। जब किस्म की खबर अगर छपती है, तो बहुत तकलीफ होती है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज देश में दिल्ली सरकार शायद अकेली सरकार है, जो ऐसे-ऐसे काम कर रही है, जिसकी पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है। आज हम लोग पूरी दुनिया के अंदर अपने देश का नाम रौशन कर रहे हैं। पूर्व राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रम्स साहब की धर्मपत्नी मिलेनीया ट्रम्प आई थीं। मैंने पता किया कि वो कहां-कहां स्कूल देखने गईं। अभी तक पूरी दुनिया में वो कहीं कोई स्कूल देखने नहीं गईं। जब वो दिल्ली आईं, तो वो बोली कि मैं आम आदमी पार्टी की सरकार को देखकर आउंगी। यह तो पूरे देश के लिए गर्व की बात थी। यूएन के पूर्व जनरल सेक्रेटरी बानकी मून साहब विशेष रूप से दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक को देखने के लिए आए और यह खबर सारे देशों के सारे अखबारों में छपी कि बागकी मून और नार्वे के पूर्व मंत्री दोनों दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक को देखने के लिए आए। फिर अभी सिंगापुर की सरकार ने मुझे कहा कि आप बहुत अच्छा काम कर रहे हो, हम आपके लिए पूरी दुनिया के मेयर बुलाएंगे। उन सारे मेयर को आप बताओ कि आप कैसे अच्छा काम कर रहे हो और उनको सिखाओ। यह तो देश के लिए कितना गौरव की बात है कि हमारे देश के किसी आदमी को सिंगापुर बुलाया गया और पूरी दुनिया के मेयर को हमें सिखाने का मौका मिलता। इसकी वजह से पूरा देश खुश हुआ था, लेकिन जितने राष्ट्र विरोधी ताकतें हैं, जितने लोग इस देश की तरक्की से नफरत करते हैं, इस देश के विकास से नफरत करते हैं, जो लोग नहीं चाहते हैं कि यह देश तरक्की करे, उन सारे लोगों ने षणयंत्र करके मिलकर जाने नहीं दिया। इन लोगों ने कहा कि ये इसी तरह आगे बढ़ते रहे, तो बड़ी मुश्किल हो जाएगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सारी राष्ट्र विरोधी ताकतों ने मिलकर एक षणयंत्र रचा कि दिल्ली की सरकार गिराई जाए, दिल्ली की सरकार को खत्म किया जाए। जब तक दिल्ली की सरकार को खत्म नहीं करेंगे, तब तक ये इसी तरह से अच्छा काम करते रहेंगे। जितनी राष्ट्र विरोधी ताकते हैं, वो सारी हमारे खिलाफ इकट्ठी हो गईं और सारों ने इकट्ठा होकर यह षणयंत्र रखा। इन्होंने षणयंत्र रच कर सबसे पहले काम यह किया कि मनीष सिसोदिया के उपर एक झूठा आरोप लगाया और कहा कि मनीष सिसोदिया शराब में पैसे खा गए। हमने बार-बार इनसे पूछा कि क्या पैसे खा गया और घोटाला क्या है? सच तो सच होता है और सच एक होता है, लेकिन उसके झूठ कई होते हैं। इनका एक आदमी बोला कि 1.5 लाख करोड़ रुपए का शराब घोटाला हो गया। 1.5 लाख करोड़ रुपए तो दिल्ली का बजट ही नहीं है, तो उतना शराब घोटाला कहां से हो गया। फिर इनका एक प्रवक्ता डिबेट में बैठा था। वो कहता है कि 8 हजार करोड़ रुपए का घोटाला हो गया, तो हमारे प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने पूछा कि घोटाला क्या है? तो वो घोटाला बता नहीं पाया। इसके बाद इनके दो बड़े नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बोले कि 1100 करोड़ रुपए का घोटाला हो गया। उनसे भी पूछा, तो वो भी इधर-उधर की बात करने लगे। फिर एलजी साहब ने एक रिपोर्ट बनाकर भेजी, जिसमें कहते हैं कि 144 करोड़ रुपए का घोटाला हो गया। अब सीबीआई ने जो एफआईआर दर्ज की है, उसमे ंलिखा है कि एक करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है। सीबीआई की एफआईआर में लिखा हुआ है कि एक शराब वाले ने दूसरे शराब वाले के बैंक अकाउंट में एक करोड़ रुपए जाम कराए। उसमें मनीष सिसोदिया का क्या लेना-देना है। घोटाला क्या है? यह अभी तक समझ ही नहीं आया। भाजपा के आठों विधायको को अलग-अलग कमरे में बैठा देते और पूछते कि घोटाला क्या है, तो पांच को तो पता ही नहीं होता कि घोटाला क्या है? तीन अगर कुछ बताते तो सभी अलग-अलग बताते। क्योंकि झूठ तो अलग-अलग होता है न। सच होता है और सच यह है कि कोई घोटाला नहीं हुआ है। सबसे पारदर्शी पॉलिसी थी। कोई घोटाला नहीं हुआ है, ये सब झूठे आरोप लगा रहे हैं। झूठे आरोप लगाकर इन्होंने मनीष सिसोदिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी। सीएम अरविंद केजरीवाल ने एफआईआर दर्ज करने के अगले दिन सीबीआई वाले मनीष सिसोदिया के घर रेड करने पहुंच गए और 14 घंटे तक रेड की। मनीष सिसोदिया के घर में चार-पांच कमरे हैं। चार-पांच कमरे में इन्होंने सारा छान मारा, गहन जांच की। जैसे फिल्मों में दिखाते हैं, वैसे ही दीवारें भी ठोंक कर देखी कि इसमें कहीं जेवर, पैसे तो छिपाकर नहीं रखा गया है। फिर इन्होंने गद्दे और तकिए भी फाड-फाड़ कर देखे। सब जांच करने के बाद शाम को निकल गए, लेकिन उनको एक अन-आकाउंटेंड चवन्नी भी नहीं मिली। कोई जेवर नहीं मिले, कोई पैसा नहंी मिला, कोई जमीन-जायदाद के कागज नहीं मिले, कोई इंक्रिमिनेटिंग डॉक्युमेंट नहीं मिले। कुछ भी नहीं मिला। रेड मारने के लिए 30-35 लोग आए थे और उनके रेड का खर्चा भी नहीं निकला। रेड के आज सात-आठ दिन हो गए और अभी तक कुछ नहीं पता चला कि मनीष सिसोदिया के घर पर क्या निकला। यह पूरी की पूरी फर्जी रेड थी। जब रेड खत्म हो गई, तो हम सोच रहे थे कि ये क्यों कर रहे हैं? अगले दिन मनीष सिसोदिया के पास इनका कोई आदमी संदेश भेजता है और बोले कि उपर से यह संदेश आया है। संदेश यह है कि आप केजरीवाल का साथ छोड़ दो, आम आदमी पार्टी तोड़कर दो-चार विधायक और ले आओ और हम आम आदमी पार्टी की सरकार बहुत जल्द गिराने जा रहे हैं, दिल्ली के अंदर ऑपरेशन लोटस चालू है। आपको हफ्ते-दस दिन के अंदर दिल्ली का मुख्यमंत्री बना देंगे। उसमें से दूसरा बोला कि तुम्हारे सीबीआई और ईडी के सारे केस खत्म कर देंगे। मनीष सिसोदिया ने उनसे कहा कि सीबीआई-ईडी के केस में तो कुछ है ही नहीं। कल सारा जांच भी करके ले गए और उनको कुछ भी नहीं मिला। मैंने तो कुछ गलत किया ही नहीं है। तुम केस करते रहो, मेरे को क्या डर है। मनीष सिसोदिया ने उनसे कहा कि मुझे मुख्यमंत्री बनने का कोई ख्वाब नहीं है, मैं शिक्षा मंत्री बन कर खुश हूं। यह बड़ी बात है। मुख्यमंत्री की कुर्सी को ठुकराना कोई हंसी खेल नहीं है। सीएम की कुर्सी के लिए इतिहास में पता नहीं कितने-कितने बवाल हुए हैं। मनीष सिसोदिया ने सीएम की कुर्सी ठुकरा दी। मैंने पिछले जन्म में कुछ पुण्य किए होंगे, जो ऐसे डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मिले। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जब इनका यह दांव नहीं चला, तो हमारे विधायकों के पास गए। अभी तक मेरे पास 12 विधायक आ चुके हैं। एक-एक विधायक के पास जाकर कहते हैं कि 20-20 करोड़ रुपए ले लो और टूट कर आ जाओ। दो-चार को और लाओगे, तो तुम्हें 25 करोड़ देंगे, नही ंतो जैसे मनीष सिसोदिया क हाल किया, वैसे ही तुम्हारा भी हाल करेगे। तुम्हारे उपर एफआईआर करेंगे और सीबीआई, ईडी छोड़ देंगे। लेकिन हमारा कोई विधायक नहीं टूटा। ये लोग अभी तक हमारे एक भी विधायक को नहीं तोड़ पाए। मुझे पता चला है कि ये लोग हमारे 40 विधायकों को तोड़ना चाहते हैं और 20-20 करोड़ रुपए एक-एक को देंगे। ऑपरेशन लोटस दिल्ली के नाम से इनका यह पूरा ऑपरेशन है। 20-20 करोड़ के हिसाब से इन्होंने 800 करोड़ रुपए कहीं रख रखा है। सब पूछ रहे हैं कि ये 800 करोड़ रुपए कहां हैं और किसके हैं। अभी-अभी खबर यह भी आई है कि एलजी साहब ने अब स्कूलों पर भी जांच शुरू कर दी है। इनका मूल उद्देश्य तो सारे काम को रोकना है। स्कूल रूक जाएं, अस्पताल रूक जाएं, जितने अच्छे काम हो रहे हैं, वो सारे रूक जाएं, जनता को तकलीफ हो रही है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लोग बता रहे हैं कि लोग कह रहे हैं कि गुजरात की वजह से यह सब हो रहा है। गुजरात में जैसे-जैसे हमारा ग्राफ बढ़ता जा रहा है, गुजरात में पागलपन छाया हुआ है। गुजरात के लोग इन लोगों से दुखी हो चुके हैं। गुजरात के पूरे के पूरे गांव आम आदमी पार्टी के साथ जुड़ते जा रहे हैं। किसी ने सोचा भी नहीं था। लोग तो कहते थे कि इनका गुजरात गढ़ है। इनका कोई गढ़ नहीं है। गुजरात में इनका किला ढह रहा है। लोग तो यही कह रहे हैं कि दिसंबर में सरकार बनने के बाद गुजरात में 27 सालों की आप इनकी जांच कराओगे, तब तक ये दिल्ली में आपकी जांच करा रहे हैं। अगर हम आज यह घोषणा कर दें कि हम गुजरात में चुनाव नहीं लड़ेंगे, तो ये सारी जांच बंद हो जाएगी। यह सब गुजरात की वजह से ही हो रहा है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि देश में अभी तक ये कई सरकारें गिरा चुके हैं। इन्होंने गोवा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, आसाम, मध्यप्रदेश, बिहार, अरुणाचल, मणिपुर, मेघालय की सरकार गिराई। शहर में एक सीरियल किलर आया हुआ है, जो एक के बाद एक मर्डर करता जा रहा है। जनता सरकार चुनती है और ये सरकार गिरा देते हैं। मतलब कि इन्होंने तो जनता को रौंद रखा है। महाराष्ट्र में जनता ने सरकार चुनी, इन्होंने गिरा दी। गोवा में जनता ने सरकार चुनी, इन्होंने गिरा दी। ये जनता के पीछे पड़े हैं। सब जगह एक ही पैटर्न है। अभी हम लोगों ने महाराष्ट्र में देखा है। जितने टूट कर इधर से उधर गए, पता चला है कि सबके पीछे सीबीआई-ईडी पड़ी थी। सीबीआई इनको बुला रही थी, जैसे ये इधर से उधर गए, सीबीआई-ईडी के केस बंद हो गए। हर जगह यही पैटर्न चल रहा है। पहले ये चार-पांच के खिलाफ सीबीआई-ईडी के केस लगाते हैं, तो दूसरे वाले जिन्होंने गलत काम कर रखे होते हैं, उनको भी मैसेज भेजते हैं कि तुम्हारा भी यही हाल कर देगे। वो सारे डर इनके साथ आ जाते हैं, फिर ये तोड़ लेते हैं और सरकार गिरा लेते हैं। एक ही पैटर्न है। आपने वेब सीरिज देखी होगी। जो सीरियल किलर का पैटर्न होता है, ठीक उसी पैटर्न है। इन्होंने यही पैटर्न दिल्ली में किया। पहले इन्होंने सत्येंद्र जैन के खिलाफ सीबीआई-ईडी भेजी, फिर मनीष सिसोदिया के खिलाफ भेजी। ये हमें डरा रहे हैं कि तुम्हारा भी यही हाल कर देंगे। ये डरा कर दिल्ली में आम आदमी पार्टी को तोड़ना चाहते हैं। लेकिन हमने कुछ गलत किया ही नहीं है, तो हम सीबीआई और ईडी से क्यों डरें। हमें जेल जाने से भी डर नहीं है। यहां आधे से ज्यादा तो जेल जा चुके हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी तक पिछले कुछ सालों के अंदर ये लोग 277 विधायक खरीद चुके हैं। दिल्ली में अभी इनका रेट 20 करोड़ रुपए का था। महाराष्ट्र में सुनते हैं कि 50 करोड़ था। अगर हम 20 करोड़ ही मान लेते हैं, तो 277 विधायकों को खरीदने के लिए इन्होंने 5500 करोड़ रुपए खर्च किए और दिल्ली के लिए 800 करोड़ रुपए रख रखे है, तो 6300 करोड़ रुपए इन्होंने ऑपरेशन लोटस में खर्च किए, ये पैसा कहां से आया। यह किसका पैसा है? आज देश का हर आदमी महंगाई से बड़ा परेशान है। 2014 में डीजल का दाम 54 रुपए था और अब 90 रुपए हो गया है। पेट्रल का दाम 2014 में 60 रुपए और अब 110 रुपए हो गया है। सीएनजी का दाम 2014 में 37 रुपए थी, अब 75 रुपए पहुंच गई थी। एलपीजी 410 रुपए सिलेंडर थी, अब 1053 रुपए हो गया है। वनस्पति तेल 70 रुपए का था, अब 170 रुपए हो गया। नमक 7 रुपए का था और अब 15 रुपए का हो गया है। हर एक चीज का दाम दोगुना-तीन गुना हो गया है। एक आम आदमी की तनख्वाह बढ़ी नहीं है। वो अपना घर कैसे चलाएगा। इन लोगों ने इतना जीएटी लगा दिया है। यह सारा पैसा कहां जा रहा है? यह सारा पैसा दो चीजों में जा रहा है। एक, अपने अरबपति दोस्तों के कर्जे माफ करते हैं और दूसरा, विधायक खरीदते हैं। इन दो चीजों में सारा पैसा जा रहा है। महाराष्ट्र की सरकार गिरानी थी, तो दही, छाछ, शहद, गेहूं, चावल पर जीएसटी लगा दी। अगर अपने एक दोस्त का कर्जा माफ करना होता है, तो पेट्रोल के दाम बढ़ा देते हैं। दूसरे दोस्त का कर्जा माफ करना होता है, तो डीजल के दाम बढ़ा देते हैं। अगर गोवा की सरकार गिरानी होती है, तो यहां पर जीएसटी बढ़ा देते हैं। जीएसटी बढ़ाने से जितनी महंगाई हो रही है, पेट्रोल- डीजल का दाम बढ़ रहा है, इसका अधिकांश पैसा केवल और केवल अरबपति दोस्तों के कर्जे माफ करने में और विधायकों को खरीदने के अंदर जा रहा है। अब ये कह रहे हैं कि झारखंड की सरकार गिरने वाली है। शर्तिया तौर पर मैं कह रहा हूं कि कहीं न कहीं जीएसटी या पेट्रोल-डीजल के दाम न बढ़ेंगे और वो सारा पैसा विधायकों को खरीदने के लिए जाएगा। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारे देश की जनता जरूरत पड़े, तो बलिदान करने को तैयार है। आज मैं देश की जनता से पूछना चाहता हूं कि क्या आप इनके अरबपति दोस्तों के लिए इस तरह से पैसा लुटाते रहोगे। क्या आप विधायक खरीदने के लिए अपने बच्चों का पेट काटते रहोगे। आज अगर हमारी सेना को पैसे की जरूरत पड़े, तो हमारे देश के लोग एक टाइम की रोटी नहीं खाएंगे। सेना के लिए कुछ भी कर देंगे। लेकिन क्या इनके अरबपति दोस्तों के लिए हम ये करने के लिए तैयार हैं। मैं कई ऐसे परिवारों को जानता हूं, वो पहले डेढ़ किलो दूध लेते थे। जब से यह जीएसटी लगा है, उसको कम करके एक किलो कर दिया है। कई परिवार ऐसे हैं, जिन्होंने एक टाइम की सब्जी लेनी बंद कर दी है। अब नमक से रोटी खा लेते हैं और वो पैसा ये अपने अरबपति दोस्तों को दे रहे हैं। गरीब का खून चूस कर इस देश के अंदर एक आदमी की सत्ता की हवस को पूरा करने के लिए ये सारा का सारा पैसा इस्तेमाल किया जा रहा है। क्या देश के लोगों को यह मंजूर है। हम भारत को दुनिया का नंबर वन देश बनाना चाहते हैं। पूरे देश का यह मकसद और सपना है कि भारत दुनिया का नंबर देश बनना चाहिए। भारत दुनिया का नंबर वन देश कैसे बनेगा? जब हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिलेगी। सब बच्चों को पढ़ना पड़ेगा, स्कूल खोलने पड़ेंगे, अस्पताल बनाने पड़ेंगे, सड़कें बनानी पड़ेगी। लेकिन जितने लोग इस देश के अंदर अच्छे काम कर रहे हैं, उन सारे लोगों को अगर आप काम नहीं करने दोगे, उनको रोकोगे, उनके पीछे सीबीआई-ईडी छोड़ दोगे, तो फिर देश आगे कैसे बढ़ेगा। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ये लोग बहुत सारे प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं, लेकिन कोई भी प्रेस कांफ्रेंस काम से संबंधित नहीं होती है। सारी प्रेस कांफ्रेंस में गाली-गलौंच होती है और हमारी 90 फीसद प्रेस कांफ्रेंस में काम से संबंधित होती है। जिसमें बताते हैं कि हमने इतने स्कूल अस्पताल और मोहल्ला क्लीनिक बना दिए। हम केवल काम के उपर प्रेस कांफ्रेंस करते हैं, लेकिन ये केवल और केवल शुद्ध राजनीति करते हैं। ये लोग कहते हैं कि हमारे स्कूल बहुत खराब हैं। चलो, हमारे स्कूल खराब हैं, तुम अपने ही अच्छे स्कूल दिखा दो। आज आसाम के मुख्यमंत्री ने लिखा, तो मैंने कहा कि एक दिन आसाम आ जाता हूं, लेकिन वो जवाब ही नहीं दे रहे। मैंने कहा कि आपने आसाम के अंदर कुछ अच्छा काम किया है, तो हम आपसे सीख लेते हैं, हमें तो कोई ईगो नहीं है। हम आपसे सीख लेते हैं। आप मुझसे सीखो, हम आपसे सीखें, तभी तो देश तरक्की करेगा। ये कहते हैं कि भ्रष्टाचारी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। ये लड़ाई भ्रष्टाचार के खिलाफ नहीं है। ये लड़ाई एक आदमी के स्वार्थ की लड़ाई है। एक आदमी की सत्ता की हवस की लड़ाई है। 15 अगस्त को लाल किले पर खड़े होकर उन्होंने कहा कि मैं भ्रष्टाचार की लड़ाई लड़ रहा हूं, देशवासियों मुझे आपका साथ चाहिए। अगर आप भ्रष्टाचार की लड़ाई लड़ते तो आपको देशवासियों का साथ मांगने की जरूरत नहीं पड़ती। इसका मतलब है कि आप जानते हैं कि आपके साथ देश नहीं है। आप ये नौटंकी कर रहे हैं। आपको देश का साथ मांगना पड़ रहा है। दिल्ली में मैंने भ्रष्टाचार की लड़ाई लड़ी। दिल्लीवासी खुद ही मेरे साथ हो लिए। मैंने तो नहीं कहा कि दिल्लीवासियों मेरे को आपका साथ चाहिए। कल हमारा कोई वालेंटियर किसी ऑफिस में बैठा था। वो बताया कि अधिकारी काम में देर लगा रहा था। दो-चार लोग भी वहां बैठे थे और वो आपस में बात कर रहे थे। वो लोग कह रहे थे कि इस अफसर को पता नहीं है। अभी केजरीवाल को ट्वीट कर दिया, तो इसकी नाक में दम कर देगा। जनता को हमारे पर भरोसा है, हमें साथ मांगने की जरूरत नहीं पड़ी। अभी पंजाब के अंदर हमने जिस तरह से भ्रष्टाचार के खिलाफ युद्ध छेड़ा हुआ है। सीएम भगवंत मान ने तो कभी नहीं कहा कि मेरे को आपका साथ चाहिए। आपको पता है कि आपके साथ देश की जनता इस गंदगी में नहीं है। देश की जनता देख रही है कि आप भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई नहीं लड़ रहे हैं, आप अपने स्वार्थ की लड़ाई लड़ रहे हैं, आप अपने सत्ता की हवस की लड़ाई लड़ रहे हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर आपकी लड़ाई भ्रष्टाचार की लड़ाई है, तो मैं आपको पांच मुद्दे देता हूं। इन पांच में से किसी एक के उपर आप जांच करा कर दिखा दो, मैं मान जाउंगा। गुजरात में इतने पेपर लीक होते हैं और सारे इनके आदमी कराते हैं। बच्चे तंग आ चुके हैं और आत्महत्या कर रहे हैं। पेपर रोज लीक हो रहे हैं और इनके लोग करा रहे हैं। एक भी आदमी पेपर लीक में आजतक जेल नहीं गया। मैं चुनौती देता हूं कि हिम्मत है, तो दिसंबर में होने जा रहे गुजरात चुनाव से पहले एक आदमी को जेल भेज कर दिखा दो। आपकी लड़ाई भ्रष्टाचार के खिलाफ नहीं है। भ्रष्टाचार का तो आप लाभार्थी हैं। गुजरात के अंदर इतना नशा बिक रहा है। लोग बताते हैं कि इनके एक दोस्त का पोर्ट है। वहां पर कम से कम 22 हजार करोड़ रुपए की ड्रग्स पकड़ी जा चुकी होगी। हिम्मत है, तो वहां भी सीबीआई-ईडी करके दिखा दो। इनके दोस्तों के पोर्ट के उपर 22 हजार करोड़ रुपए का ड्रग्स पकड़ा जा चुका है, लेकिन अभी तक कोई सीबीआई-ईडी की जांच नहीं हुई। इनको चोर मनीष सिसोदिया ही नजर आते हैं। गुजरात में जहरीली शराब से भी 50 से भी ज्यादा आदमी मर गए। जहरीली शराब इनके ही आदमी बेचते हैं। मैं चुनौती देता हूं कि एक आदमी के खिलाफ सीबीआई-ईडी जांच करके दिखा दो। प्रधानमंत्री अभी बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करने गए थे। उद्घाटन करने पांच दिन बाद एक्सप्रेस-वे धंस गया। इससे बड़ी देश की बेइज्जती नहीं हो सकती। अगर दिल्ली में कोई होता तो मैं उसकी ऐसी-तैसी कर देता। इन्होंने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की। उसके खिलाफ सीबीआई-ईडी की जांच नहीं हुई। बता रहे हैं कि उसको दो-चार ठेके और दे दिए हैं। इन्होंने अपने अरबपति दोस्तों के 10 लाख करोड़ रुपए के कर्जे माफ किए। उसमें कई लोगों ने भाजपा को चेक में डोनेशन दे रखी है। रिश्वत का इससे बड़ा कोई सबूत हो सकता है। तुमने उससे डोनेशन लिए और डोनेशन लेकर उसके कर्जे माफ कर दिए। इससे बड़ा रिश्वत का सबूत क्या होगा। इनकी लड़ाई भ्रष्टाचार की नहीं है, लड़ाई स्वार्थ की है, सत्ता हथियाने और जनता को तंग करने की है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से यह चल रहा है कि इन्होंने इतने एमएलए तोड़ लिए। मेरे पास लोगों के कई फोन भी आ रहे हैं कि सब ठीक है न। कितने गए। दिल्ली की जनता को दिखाने के लिए मैं इस सदन के अंदर विश्वास प्रस्ताव लाना चाहता हूं कि दिल्ली की जनता ने जिन लोगों को चुना है, वे एक-एक लोग हीरा हैं। ये मर जाएंगे, कट जाएंगे, लेकिन टूटने वाले नहीं है। एक भी आदमी नहीं टूटा। मैं सदन के अंदर विश्वास प्रस्ताव लाना चाहता हूं कि ताकि जनता के सामने यह साबित हो जाए कि भाजपा का ऑपरेशन लोटस दिल्ली में आकर ऑपरेशन कीचड़ बन गया। सोमवार को दिल्ली विधानसभा के सदन में विश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा।
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