अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़:हरियाणा पूर्वी और दक्षिण अफ्रीकी देशों के साथ आर्थिक सहयोग और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना चाहता है। इस ओर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गत देर सायं नई दिल्ली में पूर्वी और दक्षिण अफ्रीकी देशों के राजदूतों, उच्चायुक्तों और दूतावास के अधिकारियों के लिए आयोजित रात्रिभोज कार्यक्रम की मेजबानी करने के दौरान इशारा किया। इस रात्रिभोज कार्यक्रम में विदेश मंत्रालय के अधिकारियों व पदाधिकारियों और हरियाणा सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया।
रात्रिभोज कार्यक्रम में तंजानिया, केन्या, युगांडा, रवांडा, बुरुंडी, लोकतांत्रिक गणराज्य कांगो, दक्षिण सूडान, जिबूती, इरिट्रिया, इथियोपिया, मलावी, सेशेल्स, मॉरीशस, जाम्बिया, बोत्सवाना, नामीबिया, मेडागास्कर, जिम्बाब्वे के राजदूत, उच्चायुक्त और दूतावासों के अधिकारी पहुंचे। इस रात्रिभोज में विदेश मंत्रालय और हरियाणा सरकार के अधिकारियों के साथ-साथ अन्य गणमान्य भी उपस्थित थे। इस अवसर पर मौजूद महिला राजदूतों और उच्चायुक्तों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को राखी बांधी। मुख्यमंत्री ने रक्षा बंधन त्योहार के महत्व का उल्लेख किया और कहा कि यह शायद पहली बार है जब किसी भारतीय राज्य के मुख्यमंत्री ने विदेशी राजदूतों के साथ राखी के धागे से संबंध जोड़ा है।इस मौके पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा और पूर्वी तथा दक्षिण अफ्रीकी देशों के बीचराजनयिक संबंधों को मजबूत करने, आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि न केवल राजनयिक संबंध, बल्कि दिल से दिल का संबंध स्थापित करने के लक्ष्य पर हमें बल देना है। मनोहर लाल ने कहा कि जब हम एक-दूसरे को न केवल साझेदार के रूप में, बल्कि मित्र के रूप में देखते हैं, तो सहयोग की संभावनाएँ असीमित हो जाती हैं।
उन्होंने कहा कि हरियाणा ने विदेशी सहयोग विभाग (एफसीडी) के माध्यम से अपनी वैश्विक उपस्थिति स्थापित करने में महत्वपूर्ण प्रगति की है। एफसीडी को अंतरराष्ट्रीय संबंधों को बढ़ावा देने, द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और दुनिया भर में हरियाणवी प्रवासी का समर्थन करने का काम सौंपा गया है। उन्होंने बताया कि एफसीडी ने भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के सहयोग से 28-29 अक्टूबर, 2021 को चंडीगढ़ में हरियाणा अफ्रीका कॉन्क्लेव सीरीज़ 1 का आयोजन किया, जिसमें इरिट्रिया, इथियोपिया, घाना, केन्या, मेडागास्कर, मलावी, मोज़ाम्बिक,नाइजीरिया, सेनेगल, तंजानिया , युगांडा और ज़िम्बाब्वे सहित 12 अफ्रीकी देशों के प्रतिनिधि एक साथ शामिल हुए। यह अफ्रीकी देशों के साथ जुड़ने का एक उल्लेखनीय प्रयास है और कॉन्क्लेव के बाद के वर्षों में, एफसीडी ने अपने प्रयास जारी रखे।ग़ौरतलब है कि अफ्रीका के साथ गहरे संबंध बनाने के प्रत्याशों के साथ हरियाणा का विदेश सहयोग विभाग अफ्रीकी क्षेत्र के अन्य देशों के साथ सक्रिय रूप से हरियाणा के मुख्यमंत्री के ‘‘ट्रांसफॉर्मिंग हरियाणा थरू ए गो ग्लोबल एपरोच’’ के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए संभावित क्षेत्रों की खोज में लगा हुआ है।“खुली बातचीत और सहयोगात्मक समस्या-समाधान के माध्यम से, हम बुनियादी ढांचे, नीति ढांचे और नियामक वातावरण से संबंधित मुद्दों का समाधान कर सकते हैं’’- अफ्रीकी देशों की डीन, श्रीमती रोसेट मोसी न्यामाले
अफ्रीकी देशों की डीन, श्रीमती रोसेट मोसी न्यामाले ने हरियाणा और अफ्रीकी देशों के लाभ के लिए व्यापार, शिक्षा, प्रौद्योगिकी और संस्कृति जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि “खुली बातचीत और सहयोगात्मक समस्या-समाधान के माध्यम से, हम बुनियादी ढांचे, नीति ढांचे और नियामक वातावरण से संबंधित मुद्दों का समाधान कर सकते हैं’’। डीन श्रीमती रोसेट मोसी ने कहा कि हम एक ऐसा वातावरण बना सकते हैं जो विकास और समृद्धि को बढ़ावा दे।रात्रिभोज कार्यक्रम में रक्षाबंधन की भावनात्मक रसम अदा की गई, जो हरियाणा (भारत) और अफ्रीकी देशों के बीच दोस्ती और भाईचारे के मजबूत बंधन का प्रतीक है। श्रीमती अनीसा कपुफी मबेगा, उच्चायुक्त, संयुक्त गणराज्य तंजानिया, सुश्री जैकलीन मुकनगिरा, उच्चायुक्त, रवांडा गणराज्य, श्रीमती रोसेट मोसी न्यामाले, राजदूत, कांगो, श्रीमती विक्टोरिया सैमुअल अरु, नामित राजदूत, दक्षिण सूडान गणराज्य, राजदूत बिज़ुनेश मेसेरेट, मिशन के उप प्रमुख, संघीय लोकतांत्रिक गणराज्य इथियोपिया, सेशेल्स की उच्चायुक्त श्रीमती हारिसोआ लालटियाना एकौचे ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के हाथों पर राखियाँ बांधी और मुख्यमंत्री इन सभी को उपहार दिए। इससे दोनों क्षेत्रों के बीच गहरे संबंधों को मजबूती मिलेगी।वहीं, हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने अंतरराष्ट्रीय भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए राज्य की प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए अतिथियों की उपस्थिति के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि “अफ्रीका सिर्फ व्यापार में हरियाणा का भागीदार नहीं है; यह प्रेरणा और सीख का स्रोत भी है’’। अफ्रीकी देशों के अनुभव और चुनौतियाँ हमें लचीलेपन, नवाचार और सामुदायिक निर्माण के बारे में बहुत कुछ सिखाती हैं। उन्होंने कहा कि अपने संबंधों को मजबूत करके, हम न केवल वस्तुओं का आदान-प्रदान करने का अवसर प्राप्त करते हैं, बल्कि ज्ञान और सर्वोत्तम प्रथाओं का भी आदान-प्रदान करते हैं जो हमारी नीतियों, उद्योगों और समाज को आकार दे सकते हैं।भारत सरकार के विदेश मंत्रालय में आर्थिक सम्पर्क सचिव श्री दाम्मू रवि ने आपसी विकास की संभावनाओं पर प्रकाश डालते हुए अफ्रीकी देशों के साथ भारत के आर्थिक संबंधों के महत्व पर बल दिया। इस कार्यक्रम में विदेश सहयोग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. राजा शेखर वुंडरू ने अतिथियों का स्वागत किया।रात्रिभोज कार्यक्रम में हरियाणा ने अपने सांस्कृतिक और औद्योगिक कौशल का प्रतीक-जगाधरी, यमुनानगर का धातु बर्तन क्लस्टर भी प्रदर्शित किया। भागीदारी के लिए सराहना के तौर पर, हरियाणा ने प्रत्येक राजदूत को जगाधरी के कुशल कारीगरों द्वारा तैयार की गई एक धातु की बोतल भेंट की। इस कार्यक्रम ने सार्थक चर्चा के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया है और हरियाणा और भाग लेने वाले अफ्रीकी देशों के बीच सहयोग बढ़ाने की नींव रखने का काम किया है।
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