अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: हरियाणा पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाये रखने के साथ-साथ नागरिकों की शिकायतों का समयबद्ध निवारण, महिला सुरक्षा, नशाखोरी पर लगाम और भ्रष्टाचार समाप्त करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। शत्रुजीत कपूर आज फरीदाबाद में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इससे पूर्व फरीदाबाद पहुंचने पर पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य ने पुष्पगुच्छ देकर उनका स्वागत किया। इस अवसर एडीजीपी कानून एवं व्यवस्था ममता सिंह भी उपस्थित थी।
हरियाणा पुलिस महानिदेशक ने कहा कि महिलाओं में सुरक्षा की भावना पैदा करने के उद्देश्य से राज्य में जल्द ही “सेफ सिटी” परियोजना शुरू की जाएगी ताकि महिलाएं अपने आपको कार्यस्थलों, शैक्षणिक संस्थानों और सार्वजनिक परिवहन में पूरी तरह से सुरक्षित महसूस करें। उन्होंने कहा कि इस परियोजना का उद्देश्य महिला में सुरक्षा की भावना को बढ़ाना है और उनके माता-पिता की चिंता को काम करना है। उन्होनें कहा कि रात के समय यात्रा करने वाली महिलाओं की सुरक्षा के लिए ओला, उबर और अन्य आटो चालको का डाटा एकत्रित किया जाएगा। जो महिलाएं देर रात यात्रा करती हैं वह 112 नंबर पर अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकती हैं जिससे पुलिस के पास उनका नंबर स्थाई रूप से फीड हो जाएगा। यात्रा करने वाली महिलाएं किसी भी कैब या ऑटो से यात्रा करते समय अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से वाहन या चालक की फोटो खींचकर 112 पर भेज सकती हैं जिससे पुलिस को पता लग जाएगा कि वह महिला किस वाहन में यात्रा कर रही है। जरूरत पड़ने पर पुलिस उस वाहन चालक या उसमें बैठी महिला से आसानी से संपर्क कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए पुलिस स्थानीय कैब यूनियन, ऑटो कैब युनियन और सार्वजनिक ट्रांसपोर्ट के साथ समन्वय स्थापित करेगी और उन्हें महिला सुरक्षा के संबंध में सख्त निर्देश दिए जाएंगे। ऑटो चालक को अपने ऑटो का नंबर , ऑटो चालक का नाम व मोबाइल नंबर सहित सारी जानकारी ऑटो के सामने लगानी होगी ताकि जो महिला इसमें यात्रा करें वह इसकी फोटो खींचकर ऑटो की सारी जानकारी पुलिस तक पहुंचा सके। उन्होने कहा की पेट्रोल पंप संचालक और ज्वेलर्स भी 112 पर अपना पंजीकरण करवा सकते हैं।शत्रुजीत कपूर ने कहा कि अपराध पर अंकुश लगाने के लिए बीट सिस्टम में और अधिक सुधार किया जाएगा जिसमे ग्राम प्रहरी उसके क्षेत्र में रहने वाले हर व्यक्ति की जानकारी रखेगा। ऐसा करने से पुलिस को अपराधियों की पूरी जानकारी होगी और उन्हें पकड़ने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही नशा तस्करी पर भी लगाम कसी जाएगी। नशे की समस्या से निपटने के लिए हरियाणा पुलिस ने एक अनूठी अवधारणा शुरू की है जिसके तहत ग्राम स्तर पर ग्राम प्रहरी और वार्ड स्तर पर वार्ड प्रहरी तैयार किये गए है जो अपने-अपने क्षेत्र में नशा करने और नशा बेचने वालों की पहचान कर पुलिस को सूचना देते हैं। इसके अलावा वे आम जनता को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक भी करते हैं। उन्होंने कहा की जो व्यक्ति नशे के चंगुल में फंस चुका है उनके माता-पिता से बात करके नशे की आदत छुड़वाने का प्रयास किया जाएगा ताकि वह भी समाज की मुख्यधारा से जुड़कर एक बेहतर जीवन व्यतीत कर सके।पुलिस महानिदेशक ने कहा कि भ्रष्ट अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए जीरो टॉलरेंस पॉलिसी रहेगी। उन्होंने कहा कि अच्छे कर्मचारियों का और बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया जाएगा जबकि भ्रष्टाचार करने वाले कर्मचारियों व अधिकारियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा भ्रष्टाचार से कमाई गई संपत्ति की रिपोर्ट एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट को भेजी जाएगी जिसमें भ्रष्टाचार साबित होने पर भ्रष्टाचार से कमाई गई संपत्ति को अटैच किया जाएगा। इस अवसर पर उन्होंने आमजन से अनुरोध किया कि यदि उनके संज्ञान में भ्रष्टाचार से जुड़ी कोई भी जानकारी हो तो तुरंत इसकी सूचना एंटी करप्शन ब्यूरो के टोल फ्री नम्बर 1800 180 2022 पर दें।सड़क सुरक्षा के संबंध में बात करते हुए उन्होंने कहा की सड़क, वाहन या वाहन चालक की वजह से सड़क दुर्घटना होती है। सड़कों की स्थिति में सुधार करने के लिए सड़क सुरक्षा ऑडिट करवाया जाएगा वहीं वाहन चालकों को उनके वाहन की समय-समय पर जांच करवाने और सड़क सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए यात्रा करने के बारे में अधिक से अधिक जागरूक किया जाएगा। अधिक दुर्घटना की संभावना वाले स्थानों को चिन्हित किया जाएगा और भीड़भाड़ वाले इलाकों में अधिक से अधिक ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी।हरियाणा पुलिस की प्राथमिकताओं को चिन्हित करते हुए डीजीपी ने कहा कि किसी भी माध्यम से प्राप्त सार्वजनिक शिकायतों का तुरंत निपटारा किया जाएगा और शिकायतकर्ता की संतुष्टि के स्तर का पता लगाने के लिए फीडबैक भी लिया जाएगा। इसके लिए पुलिस द्वारा फीडबैक सेल स्थापित किया गया है। सेवाओं में और अधिक सुधार लाने के लिए फीडबैक सेल पर प्राप्त हुए सुझावों को लागू करने पर भी विचार किया जाएगा । उन्होंने कहा कि यह कदम पुलिस की कार्यप्रणाली को और बेहतर बनाने में काफी मददगार साबित होगा।कानून एवं व्यवस्था पर डीजीपी कपूर ने कहा कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रत्येक जिले में पुलिस इकाइयों को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जा रहा है। अत्याधुनिक हथियारों और उपकरणों से लैस इन पुलिस इकाइयों को इस तरह से प्रशिक्षण दिया जा रहा है कि वे किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए हर समय तैयार रहें। उन्होंने कहा कि पुलिस बल की क्षमता निर्माण के बाद आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए अतिरिक्त अर्धसैनिक पुलिस बलों पर हमारी निर्भरता काफी कम हो जायेगी। इसके अतिरिक्त असामाजिक तत्वों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए स्वाट टीम भी बनाई गई है।
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Oldest
Newest
Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments