अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: मीडिया विद्यार्थियों को सोशल मीडिया पर प्रचलित फर्जी खबरों के प्रति जागरूक बनाने के लिए जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद द्वारा ‘तथ्य की जांच एवं फर्जी समाचार’ पर कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें केन्द्रीय विश्वविद्यालय, जम्मू के जनसंचार एवं न्यू मीडिया विभाग में सहायक प्रोफेसर अर्चना कुमारी ने विद्यार्थियों को सोशल मीडिया पर तथ्यों की जांच की तकनीकों के बारे में बताया।
कार्यशाला की अध्यक्षता मानविकी विभागाध्यक्ष डॉ अतुल मिश्रा ने की। कार्यशाला में पत्रकारिता एवं जनसंचार के सभी विद्यार्थियों तथा संकाय सदस्यों ने हिस्सा लिया।
अर्चना कुमारी जोकि गूगल द्वारा तथ्य जांच एवं नकली समाचारों के प्रशिक्षण की प्रमाणित ट्रेनर है, ने विद्यार्थियों को सोशल मीडिया पर समाचारों की विश्वसनीयता की जांच की तकनीक के बारे में बताया। अर्चना ने कहा कि सूचना के युग में नकली समाचारों को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। इसलिए, मीडिया विद्यार्थियों को सोशल मीडिया पर चल रहे समाचारों की विश्वसनीयता एवं प्रमाणिकता को जांचना आना चाहिए। उन्होंने फर्जी खबरों को पहचानने तथा तथ्यों की बारीकी से जांच करने को लेकर उपयोगी टिप्स भी दिये।
सत्र को संबोधित करते हुए डॉ. अतुल मिश्रा ने कार्यशाला को सराहनीय बताया तथा विद्यार्थियों से कहा कि वे कार्यशाला में तथ्यों की जांच को लेकर बताई गई जानकारी का लाभ उठाये और पत्रकारिता के सच्चे प्रहरी बने। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में फर्जी समाचार एक बड़ी समस्या है, जिसके लिए फर्जी समाचारों का खुलासा करने की तकनीक को समझने की आवश्यकता है और इसमें मीडिया विद्यार्थी अहम भूमिका निभा सकते है।
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