अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली : खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री श्रीमती हरसिमरत बादल ने आज कहा कि ‘वर्ल्ड फूड इंडिया’ न सिर्फ केंद्र के लिए अवसर है, बल्कि राज्यों में खाद्य प्रसंस्करण को प्रोत्साहन देने के लिए एक विशाल मंच भी है। उन्होंने कहा कि 2017 में आयोजित ‘वर्ल्ड फूड इंडिया’ के दौरान कई राज्यों ने बढ़िया कारोबार किया था और कई अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे। इस विचार को प्रोत्साहन देने के लिए मंत्रालय राज्यों में रोड शो का आयोजन करेगा।
श्रीमती बादल संसदीय सौध में संसद सदस्यों की बैठक में बोल रही थीं। मंत्रालय ने मेगा इवेन्ट ‘वर्ल्ड फूड इंडिया 2019’ के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए सांसदों को आमंत्रित किया। श्रीमती बादल ने सांसदों से आग्रह किया कि वे अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों के कच्चा माल केंद्रों और संभावित उद्योगों के बारे में जानकारी दें। श्रीमती बादल ने कहा कि दुनिया भर से जो लोग भारत से संसाधन प्राप्त करना चाहते हैं और जिनकी यहां निवेश करने की इच्छा है, वे लोग ‘वर्ल्ड फूड इंडिया 2019’ के दौरान निवेश की संभावनाएं तलाशेंगे। उन्होंने कहा कि सांसद अपने निर्वाचन क्षेत्रों की प्रस्तुतियां दें, ताकि विदेशी निवेशकों और घरेलू संभावनाओं के बीच तालमेल हो सके।
इस अवसर पर मंत्रालय ने अपनी योजनाओं का खाका भी पेश किया। अपर सचिव डॉ. राकेश सरवाल ने सांसदों के समक्ष प्रस्तुतिकरण के जरिये मंत्रालय द्वारा चलाई जाने वाली विभिन्न योजनाओं तथा उनकी मौजूदा स्थिति की जानकारी दी। श्रीमती बादल ने सांसदों से आग्रह किया कि वे और प्रस्ताव पेश करें। उन्होंने आश्वासन दिया कि मंत्रालय उनके प्रस्तावों पर शीघ्र विचार करके कार्रवाई करेगा।