अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की एसीपी अत्तर सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर रणजीत सिंह और इंस्पेक्टर सतविंदर सिंह के नेतृत्व में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल एसआर की एक टीम ने मुठभेड़ के बाद लॉरेंस बिश्नोई-जितेंद्र गोगी सिंडिकेट के एक फरार गैंगस्टर को गत 22 मई 2023 को गिरफ्तार किया है। आरोपित के पास से .32 बोर की एक सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल और दो जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। वह दिल्ली के थाना नरेला में हत्या के प्रयास के एक मामले में अंतरिम जमानत पर छूटने के बाद बीते 3 सालों से फरार चल रहा था। वह एक आदतन अपराधी है और पहले दिल्ली/एनसीआर में हत्या के प्रयास, डकैती, डकैती, चोट, आपराधिक धमकी और शस्त्र अधिनियम आदि के 16 आपराधिक मामलों में शामिल है।
डीसीपी,स्पेशल सेल आलोक कुमार जानकारी देते हुए बताया कि फरार गैंगस्टर योगेश उर्फ हिमांशु उर्फ घोगा के उत्तर-पश्चिम और बाहरी दिल्ली इलाके में मौजूद होने की सूचना दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल/एसआर को मिली थी. इसके बाद उनकी गतिविधियों के बारे में और जानकारी जुटाई गई और दो महीने से अधिक के लगातार प्रयासों के बाद, इंस्पेक्टर रणजीत सिंह की टीम को विशिष्ट इनपुट प्राप्त हुआ कि योगेश उर्फ़ हिमांशु उर्फ़ घोगा गत 22 मई 2023 को 3 से 3.30 बजे के बीच ब्रिटानिया चौक फ्लाईओवर के पास आएंगे। दोपहर अपने सहयोगी से मिलने के लिए। तदनुसार, इंस्पेक्टर रणजीत सिंह के नेतृत्व में एक टीम जिसमें एसआई जसविंदर, एचसी नवीन, एचसी धीरज, एचसी हरविंदर और सिपाही राजेश शामिल थे को गठित कर मौके पर जाल बिछाया गया। योगेश उर्फ़ हिमांशु उर्फ़ घोगा को रिंग रोड पर दोपहर करीब 3.15 बजे फ्लाईओवर की ओर पैदल आते हुए देखा गया। हालांकि, जब उसे आत्म समर्पण करने के लिए कहा गया, तो उसने पिस्तौल निकाली और छापेमारी दल की ओर गोली चला दी। टीम के सदस्यों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की और आरोपित को काबू कर लिया और उसे निर्वस्त्र कर दिया। तलाशी लेने पर उसके कब्जे से एक सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल व 2 जिंदा कारतूस बरामद हुए. इस संबंध में पीएस स्पेशल सेल में कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।
पृष्ठभूमि एंव आपराधिक इतिहास
अभियुक्त योगेश उर्फ हिमांशु ने खुलासा किया है कि वह दिल्ली/एनसीआर में डकैती, डकैती, हत्या के प्रयास आदि के 16 आपराधिक मामलों में शामिल है। वह पीएस नरेला, नई दिल्ली के एक सक्रिय बीसी हैं। आरोपित को 2019 में पीएस नरेला में दर्ज हत्या के प्रयास के एक मामले में 04 साल के आरआई के लिए भी दोषी ठहराया गया था और जून 2020 में इस मामले में 45 दिन की अंतरिम जमानत दी गई थी। हालांकि, उसके बाद उसने सरेंडर नहीं किया और फरार हो गया। उसने यह भी खुलासा किया है कि वह लॉरेंस बिश्नोई-जितेंद्र गोगी गिरोह का सक्रिय सदस्य है और इस गिरोह केसदस्यों को रसद और वित्तीय सहायता प्रदान करता है। वह एक मुकेश @ पुनीत निवासी गांव, बकनेर, दिल्ली का सहयोगी है,जो इस सिंडिकेट का सक्रिय सदस्य भी है।यह भी पता चला है कि मुकेश उर्फ़ पुनीत के साथ रोहित मोई,शक्ति उर्फ़ बॉक्सर और लॉरेंस बिश्नोई को केस एफआईआर नंबर 83/2022 आईपीसी की धारा 307/506/34 एंव 25/27 आर्म्स एक्ट पीएस स्पेशल सेल में गिरफ्तार किया गया था। आरोपी से आगे की पूछताछ जारी है।